वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन के अनुसार,एलर्जी से जुड़ी हुई अस्थमा से पीड़ित लोगों की अनुमानित संख्या लगभग २३५ मिलियन है। (१) दुनिया की लगभग ३०-४०% आबादी वर्तमान में एक या अधिक एलर्जी से प्रभावित है जैसे अस्थमा, राइनाइटिस, एनाफिलेक्सिस, ड्रग, फूड और इन्सेक्ट एलर्जी, एक्जिमा और अर्तिकेरिया (हाइव्स) और एंजियोएडेमा।
फूड एलर्जी की आवृत्ति पिछले ३० वर्षों में बढ़ी है, खासकर औद्योगिक समाजों में। विकसित देशों में, ८ में से लगभग १ बच्चे को अस्थमा है, १३ में से १ को एक्जिमा है और ८ में से १ को एलर्जिक राइनाइटिस है। ३-६% बच्चों को फूड एलर्जी है, जिसमें ४० में से १ को मूंगफली और दूध से एलर्जी होती है और २० में से १ को अंडे से एलर्जी होती है।
एलर्जी के साथ जीना मुश्किल हो सकता है। भोजन, त्वचा और श्वसन संबंधी एलर्जी के अपने ही प्रकार के प्रतिबंध हो सकते हैं जो आपके जीवन जीने के तरीके को प्रभावित कर सकते हैं। डॉ बत्रा के गैस्ट्रोएंटरोलॉजिकल उपचारों ने ९७.२% सकारात्मक उपचार परिणाम देखे हैं, जिसे अमेरिकन क्वालिटी असेसर्स द्वारा प्रमाणित किया गया है।