सीवर तोड़ने को लेकर विवाद , ग्रमीणों ने किया प्रदर्शन , मुआवजे की मांग

117

सीपीएम के पंचायत सदस्य और स्थानीय  तृणमूल नेता  के खिलाफ सीवर की सफाई के नाम पर जेसीबी से सड़क का कंक्रीट से बने  कल्वर्ट तोडने का आरोप सामने आया है।   स्थानीय लोगों ने इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए  मुआवजे की मांग की. सोमवार को मालदा में सीवर की सफाई के लिए जेसीबी मशीन से मनमानी करने के आरोप में रविवार सुबह बारगाछिया इलाके में भारी तनाव   की स्थिति पैदा हो गई है. स्थानीय लोगों के अनुसार सीपीएम के एक ग्राम पंचायत सदस्य और एक स्थानीय तृणमूल नेता ने कथित तौर पर खड़े होकर इस काम में मदद पहुंचाया। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया आज सफाई के नाम पर नाले के ऊपर घर के प्रवेश द्वार पर  बने कंक्रीट का कल्वर्ट  एवं मोहल्ले में जानेवाले रस्ते पर बने कल्वर्ट तोड़ दिया गया। साथ ही घर के सामने लोगों के  बैठने की जगह को भी तोड़ दिया गया। कल्वर्ट  के टूट जाने से लोगों को घर व मोहल्ले में आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना  पड़ रहा है। कहा जा रहा इस सब एसडीओ के निर्देश पर हुआ है। हालाँकि घटना के प्रकाश में आने के बाद प्रखंड तृणमूल अध्यक्ष सक्रिय होते हुए इस कार्य को रोक दिया। उनके अनुसार इस बारे में  पंचायत से कोई आदेश नहीं आया है।एसडीओ की ओर से भी इस तरह के कोई निर्देश नहीं आया है। ग्रामीणों ने घटना के लिए मुआवजे की भी मांग की है। स्थानीय लोगों के अनुसार शहर में सीवरेज की समस्या को दूर करने के लिए सीवर की सफाई के लिए कदम उठाए गए हैं. पर  यह सह सूखे के मौसम में नहीं बल्कि बरसात के मौसम में किया जा रहा है।इलाके के रहनेवाले  लक्ष्मी कर्मकार और नंददुलाल कर्मकार  ने कहा, “हम अपने कर्मचारियों से घर के सामने छोटे डेक के फर्श को साफ कराते  हैं।” उन्होंने कहा ‘. मैं प्रशासन से मुआवजे की मांग करूंगा। ” जहांगीर जाहिद नाम के एक निवासी ने बताया कि उन्होंने एसडीओ के निर्देश पर इसे तोड़ा गया।  इसलिए उन लोगों ने तब इसका विरोध  नहीं किया।चांचल -1 प्रखंड के तृणमूल अध्यक्ष सच्चिदानंद चक्रवर्ती ने कहा कि पंचायत को कुछ नहीं पता. ऐसे में प्रशासन को यह पता लगाना होता है कि लोगों को परेशान कर ये काम किसने और किसके द्वारा किए। सीपीएम सदस्य गुलाम रब्बानी ने कहा कि तोड़फोड़ जानबूझकर नहीं की गई । काम करने  के दौरान के कल्वर्ट  टूट गया है।  चंचल ग्राम पंचायत के उप प्रमुख उत्पल तालुकदार ने कहा, ‘हमें इस बारे में कुछ नहीं पता. यह पंचायत की अनुमति के बिना किया गया है।  चांचल के एसडीओ  संजय पाल ने कहा कि इस बारे में कोई निर्देश नहीं दिया गया. उन्होंने कहा मामले की छानबीन कर  कार्रवाई की जाएगी। मुआवजे के मुद्दे पर भी विचार किया जाएगा।