दुर्गा पूजा से पहले सिलीगुड़ी में लोगों में डेंगू का खौफ बढ़ता जा रहा है। इस बीच डेंगू से अब तक दो लोगों की मौत हो गयी है। बताते चले पिछले एक सप्ताह में डेंगू से सिलीगुड़ी शहर में दूसरी मौत देखने को मिली।
मृतक की पहचान ट्विंकल वर्मा (15) के रूप में हुई है। इसे लेकर सिलीगुड़ी शहर में एक सप्ताह में डेंगू से दो लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा पिछले 24 घंटे में डेंगू के 52 नए मामले सामने आए हैं। अकेले सिलीगुड़ी नगर निगम में अब तक डेंगू के मामलों की संख्या 500 को पार कर गई है। सिलीगुड़ी में डेंगू के बढ़ते प्रकोप से शहरवासी चिंतित और सहमे हुए हैं। इसके साथ ही डेंगू से निपटने में नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं।
सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में महज एक महीने में डेंगू धीरे-धीरे विकराल रूप लेता जा रहा है। सिलीगुड़ी नगर निगम के अलावा नक्सलबाड़ी प्रखंड के बागडोगरा और माटीगाड़ा क्षेत्रों में भी डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग और सिलीगुड़ी नगर निगम के सूत्रों के अनुसार डेंगू से मरने वाली युवती वार्ड नंबर पांच के गंगानगर की रहने वाली थी। वह एक निजी स्कूल में दसवीं की छात्रा थी। उनके परिवार के चार सदस्य डेंगू से संक्रमित हैं। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार 13 सितंबर को छात्रा को बुखार हुआ और उसे स्थानीय नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। लेकिन जल्दी ही उसका प्लेटलेट्स 25 हजार पर आ गया। एक के बाद एक उसके लीवर, फेफड़े समेत अन्य अंग काम करना बंद करने लगा। डॉक्टरों के प्रयास के बावजूद रविवार को बच्ची की मौत हो गई। इस संबंध में मृतक के पिता ने कहा, ”घर के कुछ अन्य सदस्य डेंगू से संक्रमित हैं। उनका भी इलाज चल रहा है। 13 तारीख को बच्ची बुखार होने के बाद उसे नर्सिंग होम में भर्ती कराया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। ” गौरतलब है प्रशासन एंव स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के लिहाज से इस वार्ड को संवेदनशील वार्ड घोषित किया है। इस वार्ड की पार्षद अनीता महतो भी डेंगू से संक्रमित थीं। शनिवार को वह ठीक होकर घर लौटी। इसके अलावा इसी सप्ताह सिलीगुड़ी के मिलनपल्ली के एक सरकारी कर्मचारी की डेंगू से मौत हो गई। हालांकि नगर निगम ने उस वार्ड में डेंगू से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर सक्रियता दिखा रहा है लेकिन पीड़ितों की संख्या कम नहीं हो रही ।