भारत के अग्रणी जर्म प्रोटेक्शन ब्रांड डेटॉल ने साझा पेरेंटिंग का जश्न मनाने के लिए अपना विशेष फादर्स डे अभियान #DadsCanToo लॉन्च किया है। इस अभियान का उद्देश्य नए पिताओं को डेटॉल एंटीसेप्टिक लिक्विड की भरोसेमंद सुरक्षा देना है, ताकि वे अपने बच्चों के लिए उपयुक्त, स्वच्छ वातावरण बनाने के लिए आत्मविश्वास के साथ काम कर सके। मॉडर्न पेरेंटिंग एक साझा सफर में बदल रही है और डेटॉल न केवल एक हाईजीन एक्सपर्ट के रूप में, बल्कि घर पर साझा जिम्मेदारी निभाने के प्रतिबद्ध संबल के रूप में भी आगे आया है। पेरेंटिंग की भूमिकाएं भले विकसित हो रही हैं, लेकिन शिशु की देखभाल करने की ज़िम्मेदारी अभी भी मुख्य रूप से माताओं पर है। हालाँकि, रिपोर्ट बताती हैं कि जैविक रूप से शिशु से संबंधित सिर्फ 6% कामों में माताओं की जरूरत होती है, बाकी के 94% काम कोई भी कर सकता है~ यहाँ तक कि पिता भी। कई पिता इसमें अपनी भागीदारी निभाना चाहते भी हैं, लेकिन अक्सर ऐसी दिनचर्या के लिए तैयार दिखाई नहीं पड़ते, जिस कारण शिशु से शुरुआती जुड़ाव सीमित हो जाता है और माताओं पर दबाव बढ़ाता है। सही समर्थन और जागरूकता के साथ, पिता अपने बच्चे के विकास में समान रूप से सक्रिय और पोषण करने वाली भूमिका निभा सकते हैं।
डेटॉल का #DadsCanToo डिजिटल अभियान पिताओं को रोज़ाना शिशु की देखभाल करने के लिए आत्मविश्वास और व्यावहारिक जानकारी देकर इस कमी को दूर करने की कोशिश करता है, जैसे कि बच्चे के कपड़े धोना, फर्श को कीटाणुरहित बनाना और अपने बच्चों के लिए घर पर कीटाणु मुक्त क्षेत्रों को बनाए रखना और इस यात्रा में डेटॉल एंटीसेप्टिक लिक्विड उनके भरोसेमंद साथी के रूप में मौजूद है। अभियान बरसों से चले आ रहे ढर्रे को चुनौती देता है और यह पुष्टि करता है कि शिशु की देखभाल का काम लिंग-विशिष्ट नहीं हैं और पिता भी मां के समान ही बच्चे की देखरेख कर सकते हैं। यह शिशु के पालन-पोषण के लिए साझा ज़िम्मेवारी निभाने की सोच को आगे बढ़ाता है, जहां दोनों साथी सक्रिय रूप से भाग लेते हैं और एक-दूसरे का समर्थन करते हैं।
रेकिट – साउथ एशिया की रीजनल मार्केटिंग डायरेक्टर, हेल्थ, कनिका कालरा ने कहा, “रेकिट में, हम लोगों के जीवन और जरूरतों को ही अपने हर काम के केंद्र में रखते हैं। हम उपभोक्ताओं की बात सुनते हैं ताकि उनकी बेहतर सेवा दी जा सके और उनके जीवन को बेहतर बनाया जा सके। #DadsCanToo अभियान के साथ, हम पिताओं को आत्मविश्वास के साथ शिशु की देखभाल करते हुए देखना चाहते हैं और इस साझा पेरेंटिंग को आगे बढ़ाने पर हमें गर्व है- विशेष रूप से डेटॉल एंटीसेप्टिक लिक्विड की विश्वसनीय सुरक्षा द्वारा स्वच्छता बनाए रखने में। हमारा दृढ़ विश्वास है कि पालन-पोषण एक साझेदारी है। यह अभियान पिताओं की अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने, माताओं पर दबाव कम करने और एक साथ अधिक संतुलित, आत्मविश्वास से भरी पेरेंटिंग में सांस्कृतिक बदलाव को बढ़ावा देने का हमारा प्रयास है।”
लियो इंडिया द्वारा संकल्पित, हृदयस्पर्शी अभियान फिल्म में पिताओं की शिशु देखभाल में झिझक से आत्मविश्वास तक की यात्रा को दिखाया गया है। दिल्ली के क्रिएटिव हेड, ग्रुप एग्जीक्यूटिव क्रिएटिव डायरेक्टर, नितिन प्रधान ने कहा, “हमने देखा कि पिताओं में इरादे की कमी नहीं थी – उन्हें बस एक सांस्कृतिक अनुमति चाहिए थी। यह अभियान उन्हें आगे आने के लिए प्रेरित करता है, आत्मविश्वास देता है। यह माताओं की जगह लेने के बारे में नहीं है, यह उनका साथ देने, उनका सहयोग करने के बारे में है। जब पिता जल्दी सहयोग करते हैं, तो माताओं का काम घटता है। और यही संतुलन है। यह साझा पितृत्व है। ईमानदारी से, हम एक नए तरह के पिता का आविष्कार नहीं कर रहे हैं – हम बस उन लोगों पर रोशनी डाल रहे हैं जो बयार बदलने का इंतजार कर रहे थे।”