जमीन विवाद में दम्पति के साथ मारपीट , पुलिस पर शिकायत नहीं लेने का आरोप ,पीड़ित दम्पति ने लगायी एसपी से गुहार

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पड़ोसियों द्वारा एक फल व्यापारी की पिटाई करने और बिजली के खंभे लगाने का विरोध करने पर उसे गांव से बाहर निकालने का सनसनीखेज मामला सामने आया था। पूरी घटना में इलाके  की सत्ताधारी पार्टी के  एक पंचायत सदस्य के शामिल होने की बात कहीं जा रही है| पीड़ित परिवार ने पूरे मामले की शिकायत बिजली विभाग से की है|   दूसरी ओर पीड़ित परिवार की ओर से इलाके के पुलिस चौकी के अधिकारियों पर  शिकायत लेने से इंकार करने का आरोप लगाया गया है| रविवार सुबह इंग्लिशबाजार  थाना अंतर्गत मिल्की ग्राम पंचायत के अमगछी इलाके में  इस घटना के बाद भारी तनाव देखा गया।  बताया जाता है पीड़ित दम्पति  सेलिना बीबी और उसके पति जुमराती सब्जी मिल्की पुलिस चौकी में  हमले की सूचना देने गए, लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज नहीं की। आखिरकार  इन लोगों ने आज पुलिस सुपर से संपर्क किया। पीड़ित दम्पति ने बताया कि एक तृणमूल पंचायत सदस्य और उनके साथी  उनकी जमीन पर जबरन कब्ज़ा कर बिजली के खंभे लगा रहे थे| विरोध करने पर आरोपियों ने  उनके घर में तोड़फोड़ की| घर के सामने लगी फल की दुकान को तोड़ दिया गया । स्थानीय पंचायत सदस्यों की मदद से क्षेत्र के कुछ बदमाश ऐसा कर रहे हैं|

पीड़ित गृहिणी सेलिना बीबी ने कहा कि मिल्की ग्राम पंचायत के तृणमूल सदस्य सैफुद्दीन सब्जी के नेतृत्व में उनके घर में अवैध बिजली के खंभे लगवाए जा रहे हैं| विरोध करने पर उन्हें बुरी तरह पीटा गया।  घटना के दौरान जब उनके पति उन्हें  बचाने गया तो उनके पति को भी पीटा गया। घरों में तोड़फोड़ की गई है। उसके बाद वे लोग घर छोड़कर भाग आये । पूरे मामले की शिकायत बिजली विभाग से की है। वाहन रविवार को पुलिस ने मिल्की पुलिस चौकी में शिकायत लेने से इनकार कर दिया|

इसलिए मजबूर होकर मुझे पुलिस सुपर के पास जाना पड़ा। तृणमूल के इंग्लिशबाजार नगर अध्यक्ष नरेंद्रनाथ तिवारी ने कहा उन्हें इस बारे में कुछ पता है| हालांकि यह कोई राजनीतिक विवाद नहीं है। ऐसा लगता है कि कोई पारिवारिक समस्या हो गई है। मामले की जांच कराई जाएगी।भाजपा जिलाध्यक्ष गोविंदा चंद्र मंडल ने कहा कि मालदा में तृणमूल  नेताओं का आतंक  बढ़ रहा है। तृणमूल नेता  असहाय परिवारों को धमका रहे हैं। वे इसका कड़ा विरोध करते हैं। पार्टी को पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा जाएगा। वहीँ पुलिस अधीक्षक आलोक राजोरिया ने कहा कि घटना के बारे में कुछ पता नहीं चला है। अगर कोई शिकायत है तो मामले की जांच होनी चाहिए।