राष्ट्रीय एकता दिवस सोमवार को राजधानी के निकट पंगथांग के सिक्किम सशस्त्र पुलिस खेल मैदान में मनाया गया। कार्यक्रम में राज्यपाल गंगा प्रसाद मुख्य अतिथि और मुख्यमंत्री प्रेमसिंह तमांग विशिष्ट अतिथि थे। इस अवसर पर राज्यपाल प्रसाद ने उपस्थित सभी लोगों को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाई।राज्यपाल प्रसाद ने भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की और देश को एकजुट करने के लिए पटेल द्वारा किए गए महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने पटेल के आत्म-त्यागी स्वभाव और राष्ट्र के प्रति समर्पण के बारे में भी बताया। इसके साथ ही
उन्होंने सीमा क्षेत्र में सुरक्षाकर्मियों की अतुलनीय भूमिका की सराहना की। इसी तरह राज्यपाल ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन की सराहना की और सभी को आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया. दूसरी ओर मुख्यमंत्री तमांग ने अपने संबोधन में सरदार वल्लभभाई पटेल के उल्लेखनीय योगदान पर प्रकाश डाला। पटेल ने कि देश की अखंडता के लिए 565 विभिन्न प्रांतों को भारतीय संघ में एकीकृत किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि जब से प्रधानमंत्री ने 2014 में राष्ट्रीय एकता दिवस की घोषणा की थी, सिक्किम में हर साल यह दिवस मनाया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने नशाखोरी और तस्करी की रोकथाम पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि सिक्किम को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए हर स्तर से सामूहिक प्रयास की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों में भी इसी तरह की पहल की जानी चाहिए। उन्होंने पुलिस विभाग को कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए नियमों और दिशा-निर्देशों का पालन करने और किसी का पक्ष नहीं लेने का निर्देश दिया।
राज्य के मुख्य सचिव वीबी पाठक, डीजीपी ए. सुधाकर राव ने भी संबोधित किया।राज्य के मुख्य सचिव वीबी पाठक, डीजीपी ए. सुधाकर राव ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर संस्कृति विभाग के कलाकारों और छात्रों ने देशभक्ति गीत और नृत्य प्रस्तुत किए।