क्लियरट्रिप ने कॉर्पोरेट ट्रैवेल मैनेजमेंट के लिये नया प्रोडक्ट ‘आउट ऑफ ऑफिस’ (ओओओ) लॉन्च कर कॉर्पोरेट ट्रैवेल में बदलाव किया

78

फ्लिपकार्ट की कंपनी, क्लियरट्रिप ने कॉर्पोरेट यात्राओं के क्षेत्र में काम करने की योजना बनाई है। इसने अपना नया कॉर्पोरेट ट्रैवेल मैनेजमेंट प्रोडक्ट ‘आउट ऑफ ऑफिस’ (ओओओ) भी लॉन्च किया है, जोकि इस दिशा में पहला कदम है। कॉर्पोरेट ट्रैवेल बुकिंग का अनोखा टूल ओओओ छोटे, मझोले और बड़े उद्यमों को सशक्त करने के लिये है। इस प्लेटफॉर्म पर 300 एसएमई आ चुके हैं और लगभग 10 बड़े एवं एंटरप्राइज कॉर्पोरेशंस सक्रियता से ट्रांजेक्शन कर रहे हैं। इस प्रकार उसका मंथली बिजनेस वॉल्यूम 20 करोड़ रुपये पहुंच गया है। इस प्लेटफॉर्म के लचीले आर्किटेक्चर और यूजर इंटरफेस डिजाइन से एक शानदार कॉन्फिग्युरेशन मिलता है, जोकि बड़े उद्यमों और एसएमई ग्राहकों की विशेष जरूरतों को पूरा करता है। ओओओ के तरीके का मुख्य सिद्धांत हर व्यवसाय के लिये यात्रा का विशेष आचरण संभव बनाना है।

ओओओ प्लेटफॉर्म पर शुरूआत में आने वालों में प्रतिष्ठित फ़र्म्स, जैसे कि द फेडरल बैंक, सिफी टेक्नोलॉजीज, एमजीएम हेल्थकेयर, स्टरलाइट पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड और एसीसी लिमिटेड शामिल हैं। ओओओ को उसके जैसों से अलग करने वाले महत्वपूर्ण फीचर्स हैं रियल-टाइम में नीतियाँ बदलने या बनाने की क्षमता, ट्रैवेल पेशकश के साथ यात्रा का एकीकृत खर्च, अपने ठेके वाले कॉर्पोरेट किराये, रियल-टाइम इनवॉइस और रिकंसिलियेशन इंजन। आईओएस और एंड्रॉइड के अनुकूल ऐप जल्दी ही आएगा।  इसके बारे में बात करते हुए, क्लियरट्रिप के सीईटो अयप्पन आर. ने कहा, ‘‘दुनियाभर के व्यवसाय उल्लेखनीय तरीके से नया जन्म ले रहे हैं और हमने कॉर्पोरेट यात्रा की मांग में शानदार बढ़ोतरी देखी है।

 ऐसे परिदृश्य में ‘आउट ऑफ ऑफिस’ (ओओओ) एक महत्वपूर्ण समाधान के रूप में उभरा है। पारंपरिक प्लेटफॉर्म्स से उलट यह यात्रा का संपूर्ण अनुभव, यूजर पर केन्द्रित इंटरफेस, नीति का अनुपालन और किफायत देता है। यह सभी एक विस्तृत पैकेज में मिलते हैं। ओओओ न सिर्फ मांग की मौजूदा बढ़त के लिये है, बल्कि कॉर्पोरेट यात्रा के लिये व्यवसायों का तरीका नया बनाने में मदद भी करता है।’’ओओओ एक प्लग-एण्ड–प्ले सॉल्यूशन है, जो कंपनियों की जरूरतों के अनुसार खुद को तेजी से ढाल लेता है। यह बुकिंग के कई तरीकों (सेल्फ-बुकिंग, ट्रैवेल डेस्क बुकिंग) और कई कंपनियों को एक ही बार में मैनेज कर सकता है। यह टूल बुकिंग्स पर 30% और नीति अनुपालन पर 70% फोकस करते हैं। होटल इनवॉइसेस की प्राप्ति को संभव बनाना इस टूल की खासियत है, जिसके लिये सभी कॉर्पोरेट्स चिंतित रहते हैं।