सीबीआई ने कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर चुनावी हिंसा मामले की जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय जांच एजेंसी सूत्रों के चुनावी हिंसा पर हाल ही में आई एक रिपोर्ट में सीबीआई ने चौकानेवाले दावे किए हैं। इसमें कहा है कि चुनाव के बाद की अवधि में बीरभूम में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा बलात्कार, हत्याएं और अपराध हुए।
पता चला है कि सीबीआई जांचकर्ता सोमवार-मंगलवार को राज्य में आ रहे हैं। उनकी रिपोर्ट के अनुसार, हत्या और बलात्कार सहित महिलाओं के खिलाफ अपराधों के कम से कम 61 आरोप हैं। सूत्रों के मुताबिक, 43 हत्या के मामले और महिलाओं के खिलाफ 26 आपराधिक मामले हैं। हालांकि राज्य के हिसाब से अब तक हत्या और महिलाओं के खिलाफ अपराध के 41 मामले सामने आ चुके हैं। नतीजतन, सीबीआई और राज्य की रिपोर्टों के बीच एक बड़ी विसंगति है।
बीरभूम ही नहीं, सीबीआई की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चुनाव के बाद चार और जिलों में हिंसा सबसे ज्यादा हुई है। चार जिले हैं पूर्व बर्दवान, पूर्व मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना। केंद्रीय जांचकर्ताओं का दावा है कि राज्य में चुनाव बाद हिंसा के 50 फीसदी मामले इन्हीं पांच जिलों में हुए हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार मामले की जांच के लिए एक हत्या और बलात्कार मामले में केस डायरी की मांग राज्य से की। केस डायरी राज्य पुलिस के डीजी की ओर से डाक से भेजी गई है। कोर्ट के आदेश के बाद चार एसआईटी का गठन किया जा चुका है।