पिस्तौल लेकर स्कूल पहुंचे नर्सरी के बच्चे से चली गोली, छात्र घायल

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10 स्थित सेंट जान बोर्डिंग स्कूल में बुधवार को एक चौंका देने वाली घटना हुई। यहां नर्सरी में पड़ने वाला पांच वर्षीय बच्चा अपने बैग में लोडेड पिस्तौल लेकर स्कूल पहुंच गया। सुबह नौ बज रहे थे। प्रार्थना के लिए सभी बच्चे एक जगह इकट्ठा हो ही रहे थे कि इतने में बच्चे ने बैग से पिस्तौल निकाली। वह इसे साथियों को दिखा ही रहा था कि पिस्तौल से गोली चल गई और वह पास ही खड़े तीसरी के छात्र (11) को जा लगी। फायरिंग की आवाज से अफरातफरी मच गई स्कूल।

  • सुपौल की घटना, घायल के पिता ने हत्या की साजिश का आरोप लगाते हुए दर्ज कराया केस बाएं हाथ में लगी गोली, आरोपित बच्चा पुलिस की देखरेख में मां के साथ, पिता पिस्तौल लेकर फरार

प्रबंधन ने तत्काल घायल बच्चे को अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया। गोली बाएं हाथ में लगी थी। उपचार के बाद उसकी स्थिति खतरे से बाहर है। नर्सरी का छात्र पुलिस की सुरक्षा में मां के साथ है। घर में उसने किस नीयत से अवैध पिस्तौल रखी थी, पुलिस जांच कर रही है। सेंट जान बोर्डिंग स्कूल। जागरण आक्रोशित लोगों ने स्कूल में तोड़‌फोड़ की तथा लालपट्टी गांव स्थित एनएच 327 ई को जाम कर करीब आधे घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया। नर्सरी का बच्चा और घायल छात्र दोनों दो समुदाय से हैं। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विपिन कुमार ने बताया कि स्कूल में पुलिस को तैनात कर दिया गया है। स्कूल संचालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वहीं, घायल छात्र के पिता ने स्कूल के संचालक संतोष कुमार झा और सभी स्टाफ, स्कूल भवन के मकान मालिक बाल किशोर चौधरी एवं नर्सरी के बच्चे के पिता को नामित करते हुए त्रिवेणीगंज थाने में प्राथमिकी कराई है। आरोपितों पर बच्चे की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। घायल छात्र के चाचा ने आरोप लगाया कि भतीजे को सीने में गोली मारने की कोशिश की गई, लेकिन हाथ में जा लगी। स्कूल प्रशासन के अनुसार घटना के बाद दोनों बच्चों के स्वजन कोনা।

बुलाया गया था। पिस्तौल पास ही टेबल पर रखा था। इसी दौरान नर्सरी के छात्र का पिता पिस्तौल लेकर भाग गया। भागने के क्रम में पिस्तौल की मैगजीन गिर गई, जिसे घायल बच्चे के स्वजन ने उठा लिया और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया। घटना के बाद स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को बुलाया, लेकिन पुलिस को सूचना नहीं दी। गुरुवार को जुवेनाइल कोर्ट के निर्देशानुसार न्यायिक प्रक्रिया अपनाई जाएगी। छात्र का पिता पांच महीने पूर्व तक उसी विद्यालय में सुरक्षा गार्ड था, अब गांव में ही खेतीबाड़ी करता है। उसका कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है।

बच्चे ने कहा, पापा ने चोर को मारने के लिए रखी थी पिस्तौल नर्सरी का बच्चा भी फायरिंग की आवाज सुनकर डर गया। सूत्रों के अनुसार, घटना के बाद पिस्तौल की बाबत पूछने पर बच्चे ने कहा, यह मेरे पापा ने चोर क मारने के लिए रखी थी। मैं पुलिस बनना चाहता हूं, इसलिए अपने दोस्तों को इसे दिखाने स्कूल ले आया। वहीं, पुलिस को यह भी अंदेशा है कि शायद इस अबोध बच्चे को पता नहीं था कि पिस्तौला असली है या नकली। वह इसे खेलने क चीज समझ रहा था। दोस्तों को दिखाने के दौरान अचानक पिस्तौल से गोली चल गई।