बीएसवी और एफओजीएसआई ने भारत की पहली कोल्‍पोस्‍कोपी वर्कशॉप को टीयर 2 शहरों में लाने के लिये भागीदारी की

80

भारत सीरम्‍स एण्‍ड वैक्‍सीन्‍स लिमिटेड (बीएसवी), भारत की अग्रणी बायोफार्मास्‍युटिकल कंपनी, ने फेडरेशन ऑफ ऑब्‍स्‍टेट्रिक एण्‍ड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटीज ऑफ इंडिया FOGSI(एफओजीएसआई) की पब्लिक अवेयरनेस कमि‍टी के साथ भागीदारी की है। इस भागीदारी के तहत कोल्‍पोस्‍कोपी पर जागरूकता बढ़ाकर उसे सुलभ बनाया जाना है। कोल्‍पोस्‍कोपी एक नैदानिक विधि है जिसमें कैंसर से पहले होने वाले बदलावों और सर्वाइकल कैंसर का जल्‍दी पता लगाने के लिये सर्विक्‍स, वजाइना और वुल्‍वा (महिला प्रजनन अंगों) की विस्‍तृत जाँच होती है। कोल्‍पोस्‍कोपी पर पहली वर्कशॉप का संचालन जानी-मानी फैकल्‍टी डॉ. प्रिया गणेश कुमार ने सिलीगुड़ी के न्‍यू रामाकृष्‍णा सेवासदन हॉस्पिटल में किया था। यह वर्कशॉप एक टीयर 2 शहर में ऐसी पहली कोशिश थी। इसका लक्ष्‍य सर्वाइकल कैंसर का जल्‍दी पता लगाने और सही निदान करने में कोल्‍पोस्‍कोपी के महत्‍व से गायनीकोलॉजिस्‍ट्स और विशेषज्ञों को परिचित कराना है।


इस पहल के बारे में FOGSI (एफओजीएसआई) की पब्लिक अवेयरनेस कमिटी के चेयरपर्सन डॉ. प्रियांकुर रॉय ने कहा, ‘‘सर्वाइकल कैंसर 15 से 44 साल की भारतीय महिलाओं में पाया जाने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है। यह भारत में सार्वजनिक स्‍वास्‍थ्‍य की एक बड़ी चिंता बना हुआ है। मौजूदा अनुमान बताते हैं कि हर साल 123907 महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर होता है और उनमें से 77348 महिलाओं की मौत भी हो जाती है1। कोल्‍पोस्‍कोपी प्रोसीजर सर्वाइकल कैंसर से लड़ने के सबसे असरदार साधनों में से एक है।’’
उन्‍होंने आगे कहा, ‘‘कोल्‍पोस्‍कोपी एक महत्‍वपूर्ण साधन है, लेकिन यह विधि भारत के कई इलाकों, खासकर टीयर 2, ग्रामीण और कम सेवा-प्राप्‍त हिस्‍सों में अभी भी सीमित बनी हुई है। बीएसवी के साथ अपनी भागीदारी से हमें विश्‍वास है कि हम भारत में कोल्‍पोस्‍कोपी पर ऐसी शिक्षाप्रद वर्कशॉप्‍स चलाने में सक्षम होंगे। इससे सर्वाइकल कैंसर के निदान एवं रोकथाम में कोल्‍पोस्‍कोपी पर जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।’’


डॉ गोस्‍था बिहारी दास, एमडी एफआइसीएस एफआइसीओजी,पूर्व प्रेसिडेंट एसओजीएस एवं डायरेक्‍टर – न्‍यू रामकृष्‍ण सेवा सदन ने कहा, ‘‘मैं डॉ जयदीप टांक और पूरी एफओजीएसआइ टीम का धन्‍यवाद करना चाहता हूं कि उन्‍होंने कोल्‍पोस्‍कोपी में स्किल अपग्रेडेशन वर्कशॉप के लिए सिलीगुड़ी को पहली लोकेशन के तौर पर चुना। कोल्‍पोस्‍कोपी में हमारी चिकित्‍सा बिरादरी के कौशल को बढ़ाने का यह अवसर वाकई अनमोल है और इससे महिलाओं के स्‍वास्‍थ्‍य को बेहतर बनाने में सहयोग मिलेगा। हमें इस वर्कशॉप से जो ज्ञान एवं विशेषज्ञता मिली है, उससे निश्चित रूप से हमारे मरीजों को दी जाने वाली देखभाल की गुणवत्‍ता में सुधार होगा।’’