टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) (बीएसई: 532540, एनएसई: टीसीएस) और कर्नाटक सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, बीटी और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने 24वें टीसीएस रूरल आईटी क्विज़ के राष्ट्रीय फाइनल के विजेताओं की घोषणा की है। बेंगलुरु टेक समिट के हिस्से के रूप में 30 नवंबर, 2023 को यह राष्ट्रीय फाइनल संपन्न हुआ।बीएसपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, भिलाई छत्तीसगढ़ के उदित प्रताप सिंह राष्ट्रीय फाइनल में विजेता और डॉ. के.बी. हेडगेवार विद्यामंदिर, बिचोलिम गोवा के विग्नेश नौसो शेट्ये उपविजेता रहे। विजेता और उपविजेता को टीसीएस द्वारा क्रमशः 1,00,000 रुपये और 50,000 रुपये की शैक्षिक छात्रवृत्ति से सम्मानित किया गया। सभी फाइनलिस्ट छात्रों को टीसीएस से छात्रवृत्ति भी मिली।
इस साल, यह क्विज़ पूरे भारत में कक्षा 8 से 12 तक के छात्रों के लिए खुला था। इसमें ऑनलाइन परीक्षण, वर्चुअल और भौतिक क्विज़ शो शामिल थे। आठ क्षेत्रीय फ़ाइनल के इन विजेताओं को राष्ट्रीय फ़ाइनल में शामिल किया गया था:
- हर्षित रायकवार: सीएम राइज स्कूल, विदिशा, मध्य प्रदेश
- गर्वित स्वामी : स्वामी विवेकानन्द गवर्नमेंट
- मॉडल स्कूल, गंगानगर, राजस्थान
- दिव्या मिश्रा : मालती देवी मेमोरियल पब्लिक स्कूल, कन्नौज, उत्तर प्रदेश
- शिवम एम ठाकरे: सेंट जॉन्स हाई स्कूल, वर्धा, महाराष्ट्र
- अमृत उप्पर: फोर्ब्स अकादमी, गोकक, कर्नाटक
- उदित प्रताप सिंह : बीएसपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, भिलाई, छत्तीसगढ़
- पंथ मालव भाई पटेल : आनंदालय स्कूल, आणंद, गुजरात
- विग्नेश नौसो शेट्ये: डॉ. के.बी. हेडगेवार विद्यामंदिर, बिचोलिम, गोवा
फाइनलिस्ट को टीसीएस से छात्रवृत्ति भी मिली। कर्नाटक सरकार के आईटी और बीटी, ग्रामीण विकास और पंचायत राज विभाग के माननीय मंत्री, श्री प्रियांक खरगे इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, उन्होंने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। उनके साथ टीसीएस बेंगलुरु के रीजनल हेड श्री सुनील देशपांडे, कर्नाटक सरकार के आईटी, बीटी, और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव डॉ. एकरूप कौर और कर्नाटक सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स आईटी, बीटी एंड एमडी किट्स विभाग के निदेशक, श्री दर्शन एच वी ने भी विजेताओं का अभिनंदन किया। वर्ष 2000 से टीसीएस कर्नाटक सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, बीटी और सायंस एंड टेक्नॉलॉजी डिपार्टमेंट के साथ मिलकर रूरल आईटी क्विज़ का आयोजन कर रहा है। भारत भर के छोटे शहरों और ज़िलों के छात्रों के बीच आईटी के बारे में जागरूकता को बढ़ाना, प्रौद्योगिकी जगत की नयी गतिविधियों के बारे में उन्हें सचेत रखना इस पहल का उद्देश्य है। आज तक यह पहल 210 लाख से ज़्यादा छात्रों तक पहुंच चुकी है। भारत में ग्रामीण छात्रों के लिए पहली आईटी क्विज़ के तौर पर लिम्का बुक ऑफ़ रेकॉर्ड्स में इसे दर्ज किया गया है।