पश्चिम बंगाल के मालदा के रतुआ में गुरुवार सुबह सत्ताधारी तृणमूल एवं भाजपा समर्थकों के बीच बमबारी में भाजपा कार्यकर्ता कौसर अली व उसके परिवारवाले जख्मी हो गए। मालदा के रतुआ चांद मोनी-1 ग्राम पंचायतके सीताहार गांव में इस घटना के बाद भारी तनाव देखा जा रहा है। हादसे में कौसर अली के दो भाई, पत्नी और बहन गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें रतुआ अस्पताल में भर्ती कराया गया जहा उनकी हालत अधिक बिगड़ने पर उन्हें मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल रेफेर कर दिया गया। दो राजनीतिक पार्टियों के बीच हुए संघर्ष में हुए घायलों के नाम मजहरुल हक, इमादुर रहमान, शहनाज परवीन और आयशा खातून हैं। इधर बमबारी में घायल कौसर अली ने कहा कि वे पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के बूथ एजेंट थे। उनके परिवार के सभी सदस्यों ने चुनाव में भाजपा के लिए काम किया। इसके बाद से उन्हें और उनके परिवार को तरह-तरह की धमकी दी जा रही है। उन्होंने बताया आज सुबह वे अपने परिवारवालों के साथ खेत से घर लौट रहे थे तभी उनपर हमला किया गया। उनके परिवारवालों को लक्ष्य कर बमबारी की गयी । तृणमूल समर्थित बदमाश शमसुल हक के नेतृत्व में यह सब हुआ। हालांकि तृणमूल नेतृत्व ने घटना में किसी भी तरह की पार्टी की संलिप्तता से इनकार किया है। तृणमूल नेताओं इसे भाजपा के गुटीय संघर्ष का नतीजा बताया है। दूसरी ओर भाजपा नेता कौसर अली के परिवारवालों की ओर से घटना को लेकर रतुआ थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी गयी है. पुलिस घटना की जांच शुरू कर दी है। हालांकि अब तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।