भारत की G20 अध्यक्षता के तहत पहली एनर्जी ट्रांज़िशन वर्किंग ग्रुप की बैठक के दूसरे दिन, कार्बन उत्सर्जन को कम करते हुए स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ने पर गंभीर चर्चा की गयी है । केंद्रीय बिजली और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने जी20 बैठक के मौके पर अपने श्रीलंकाई समकक्ष कंचना विजेसेकरा के साथ द्विपक्षीय बैठक की।
उन्होंने ऊर्जा दक्षता, उद्योगों से कार्बन उत्सर्जन में कमी और ऊर्जा खपत पर नियंत्रण जैसे विषयों पर भी अपने विचार साझा किए। बैठक के दौरान, भारत ने स्वच्छ ऊर्जा तक सार्वभौमिक पहुंच स्थापित करने पर जोर दिया। भारत की एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) ने ऊर्जा दक्षता को अपनाने को बढ़ावा देने के लिए इंडोनेशिया-मलेशिया-थाईलैंड ग्रोथ ट्रायंगल ज्वाइंट बिजनेस काउंसिल (IMT-GT JBC) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। ईईएसएल चुनिंदा ऊर्जा दक्षता कार्यक्रमों को निष्पादित करने के लिए तकनीकी सलाह, परियोजना प्रबंधन सहायता, अनुबंध और कार्यान्वयन सहायता प्रदान करेगा। इस कार्यक्रम में एनटीपीसी की फ़्लू गैस सीओ2 टू मेथनॉल सिंथेसिस की प्रमुख परियोजना को भी प्रदर्शित किया गया। भारत के G20 प्रेसीडेंसी के तहत कमीशन की गई एक अध्ययन रिपोर्ट, “कार्बन लेवल रिडक्शन, यूटिलाइजेशन एंड स्टोरेज (CCUS) – टेक्नोलॉजी कमियां और इंटरनेशनल कोऑपरेशन” का भी अनावरण किया गया।