पश्चिम बंगाल सरकार अब राज्य भर में कोरोना का टीका लेने वालों की सूची बनाने के लिए मतदाता सूची का सहारा लेने जा रही है। प्रत्येक बूथ यानी मतदान केंद्र के इलाके में रहने वाले लोगों को टीकाकरण के दायरे में लाने और उपभोक्ता सूची तैयार करने के लिए मतदाता सूची का सहारा लिया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना की तीसरी लहर से पहले तेजी से टीकाकरण पर जोर दिया है। हालांकि टीकों की आपूर्ति मांग से कम है, इसलिए अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में लोगों को टीकाकरण के लिए कूपन लेने के लिए रात में लाइन में खड़ा होना पड़ता है। लोगों की इस परेशानी को रोकने के लिए ‘कूपन’ के वितरण पर रोक लगाई जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक पहले चरण में कोरोना वॉरियर्स के टीकाकरण पर जोर दिया गया। इसके बाद 45 साल से ऊपर और 18 साल से ऊपर के कोरोना ‘सुपर स्प्रेडर्स’ के चरण-दर-चरण टीकाकरण पर जोर दिया गया। 12 साल की उम्र तक के बच्चों के बचाव के लिए माताओं के टीकाकरण पर भी जोर दिया गया है। यद्यपि 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को टीका लगाने की घोषणा की गई थी, लेकिन उन सभी को पहली खुराक से टीका नहीं लगाया जा सका क्योंकि मांग के अनुसार टीके की आपूर्ति नहीं थी। हालांकि, टिक्कों की आपूर्ति पहले से ज्यादा बढ़ गई है।
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पूर्वी मिदनापुर में करीब 18 लाख निवासियों को वैक्सीन की पहली खुराक मिल चुकी है जो लक्ष्य का 36 प्रतिशत है। 11 लाख निवासियों को दूसरी खुराक का टीका लगाया गया है जो लक्ष्य का 24 फीसदी है। इनमें कांथी और हल्दिया नगर पालिका क्षेत्रों में टीकाकरण दर अधिक है। इसकी तुलना में तमलुक, एगरा और पांसकुरा नगर पालिकाएं पिछड़ रही हैं। ऐसे में पूर्व मिदनापुर में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक देने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए प्रत्येक क्षेत्र के बूथों की मतदाता सूची से टीका लगवाने वाले व न लगने वाले लोगों की सूची तैयार की जा रही है। स्वास्थ्य कर्मी वह सूची बनाएंगे। सूची के मुताबिक जिन लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है, उन्हें चरणबद्ध तरीके से घर के पास बने कैंप में टीका लगाया जाएगा। स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण शिविर में जाने वाले दिन के बारे में लोगों को पहले से सूचित करेंगे।
शुरुआत में शहरी क्षेत्रों में मतदाता सूची तैयार की जा रही है। तमलुक नगर पालिका के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक नगर पालिका क्षेत्र के करीब छह प्रतिशत निवासियों को पहली खुराक का टीका लगाया जा चुका है। हालांकि नगर पालिका के स्लम इलाकों में टीकाकरण की दर 97 फीसदी है। वर्तमान में 12 वर्ष तक के बच्चों की माताओं और ‘सुपर स्प्रेडर्स’ का टीकाकरण किया जा रहा है। वैक्सीन की पहली खुराक चार सितंबर से 18 साल से अधिक उम्र वालों को दी जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्यकर्मी वैक्सीन पाने वालों की सूची तैयार कर रहे हैं।
पूर्वी मिदनापुर के जिलाधिकारी पूर्णेंदु मांझी ने कहा, ”जिले में 18 साल के बच्चों के टीकाकरण पर जोर दिया गया है। मतदाता सूची के जरिए टीकाकरण न कराने वाले लोगों की सूची बनाने की योजना है। सूची में शामिल लोगों को चरण दर चरण टीका लगाया जाएगा। प्रारंभ में, शहरी क्षेत्रों में टीकाकरण पर जोर दिया गया है।