सावधानी बरते और घर के आसपास को साफ सुथरा रखें एवं डेंगू के आतंक को खत्म करे

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  • नगर निगम प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग ने दिया विशेष सावधानी बरतने का सुझाव
  • कचरा निस्तारण विभाग ने पूजा के दौरान साफ-सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने की बनाई योजना
  • एक दिन से अधिक बुखार होने पर लें चिकित्सकीय सलाह
  • शहर में सरकारी स्तर पर डेंगू जांच की कई अस्पतालों में है व्यवस्था
  • पूजा के दौरान सफाई व्यवस्था दुरूस्त रखने की रणनीति पर मेयर कर चुके हैं बैठक

इस वर्ष भले ही सरकारी आंकड़ों के अनुसार डेंगू के मामले अपेक्षाकृत कम आए हो, लेकिन बुखार पीड़ित मरीजों की संख्या को देखते हुए आंकड़े और हकीकत के बीच अंतर दिख रहा है। सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में हर साल डेंगू के प्रकोप से लोग जूझ रहे हैं।इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि बारिश रुक-रुक कर हो रही है इस वजह से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। मच्छरों के काटने से ‘मच्छरजनित बीमारियां होने का खतरा बरकरार है। बारिश के दौरान सतर्कता बरतने की सलाह दी गई क्यों कि बरसात के मौसम में डेंगू तथा मलेरिया का संक्रमण फैलने की संभावना अधिक रहती है। स्वास्थ्य विभाग ने अक्टूबर माह तक डेंगू और मलेरिया के संक्रमण से बचाव करने की जरूरत बताई है। इसलिए इन सभी बीमारियों से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतने का सुझाव स्वास्थ्य विभाग तथा सिलीगुड़ी नगर निगम प्रशासन ने दिया है। निगम सूत्रों से बताया कि शहर में रुक-रुक हो रही बारिश से नगर निगम सफाई और स्वच्छता के प्रति चिंतित है।

निगम के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बारिश के दौरान डेंगू के प्रति सतर्कता बरतनी की जरूरत है क्यों कि इस दौरान उक्त बीमारी फैलने का अंदेशा अधिक रहता है। अभी मौसम की स्थिति यह दर्शाती है कि बारिश का क्रम जारी रहेगा। दूसरी ओर डेंगू के प्रकोप के मद्देनजर मेयर गौतम देव पहले ही नगर निगम अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं। इसके बाद नगर निगम कचरा निस्तारण विभाग की भी बैठक कर पूजा के दौरान सफाई व्यवस्था को दुरूस्त रखने के लिए अपनाई जाने वाली रणनीतियों पर चर्चा की। इस बारे में नगर निगम में कचरा निस्तारण विभाग के एमआइसी मानिक दे का कहना है कि ‘हम जितना संभव हो सके शहर को स्वच्छ रखने की कोशिश कर रहे हैं। पूजा में कोई परेशानी न हो इसके लिए बैठक कर किए जाने वाले उपायों पर काफी चर्चा हुई है। निगम सूत्रों से बताया गया कि शहर में थोड़ी सी बारिश होने पर भी जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसके अलावा जब घर की छत पर किसी कंटेनर में विभिन्न खाली जगहों पर पानी भर जाता है, तो वहां डेंगू मच्छर के लार्वा पैदा होते हैं।अब तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक सिलीगुड़ी निगम क्षेत्र में लगभग 40 लोग डेंगू से संक्रमित हुए हैं। ऐसे में नगर निगम ने डोर- टू-डोर सर्वे के लिए वेक्टर कंट्रोल टीम (वीसीटी) की संख्या भी बढ़ा दी है। टीमें देख रही हैं कि कहीं पानी जमा है या नहीं। हालांकि यह टीम कुछ वार्डों में बहुत अच्छा काम कर. रही है, लेकिन कुछ वार्डों में पार्षद की देखरेख के अभाव में यह अच्छा काम नहीं कर पा रही है।इस बारे में नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डा संजीव मजूमदार का कहना है कि बारिश के मौसम में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। इसलिए मच्छरदानी का उपयोग अवश्य करना चाहिए। घर में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। छोटे-बडे पात्रों, फूल के गमलों में पानी जमा नहीं रहने देना चाहिए। जमा पानी में मच्छर का लार्वा पनपता है, तथा इनके काटने से डेंगू होने का खतरा अधिक रहता है। एक दिन से ज्यादा बुखार रहने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें तथा चिकित्सक के परामर्श के अनुसार डेंगू की जांच कराएं। सिलीगुड़ी में सरकारी स्तर पर डेंगू जांच की व्यवस्था नगर निगम के अस्पताल मातृसदन, सिलीगुड़ी जिला अस्पताल तथा उत्तर बंगाल मेडिकल कालेज व अस्पताल में है। इसके अलावा नगर निगम के विभिन्न शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू जांच के लिए सैंपल संग्रह की व्यवस्था है।