बंधन म्यूचुअल फंड ने बंधन हेल्थकेयर फंड के लॉन्च की घोषणा की है। यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है जो हेल्थकेयर, फार्मा और एलाइड सर्विसेज में निवेश करती है। यह फंड भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक, हेल्थकेयर, जिसमें अस्पताल और डायग्नोस्टिक्स, फार्मास्यूटिकल्स, बायोटेक्नोलॉजी, वेलनेस, हेल्थ-टेक आदि शामिल हैं, में अवसरों का लाभ उठाने का प्रयास करता है। न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) सोमवार, 10 नवंबर 2025 को खुलेगा और सोमवार, 24 नवंबर 2025 को बंद होगा। बंधन हेल्थकेयर फंड में निवेश लाइसेंस प्राप्त म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर्स, निवेश सलाहकारों, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म या सीधे https://bandhanmutual.com/nfo/bandhan-healthcare-fund/ के माध्यम से किया जा सकता है।
विशाल कपूर, सीईओ, बंधन एएमसी ने नई ऑफर पर चर्चा करते हुए कहा कि “हेल्थकेयर सिर्फ़ एक ज़रूरत नहीं है; यह हमारे समय के सबसे मजबूत और स्थायी ग्रोथ थीम्स में से एक है। जैसे-जैसे आबादी बढ़ती जा रही है और मेडिकल इनोवेशन में तेज़ी आ रही है, वैसे-वैसे दुनिया भर में और भारत में हेल्थकेयर इकोसिस्टम तेज़ी से विस्तार कर रहा है। आर्थिक प्रगति के साथ, हेल्थकेयर पर खर्च स्वाभाविक रूप से बढ़ता है, और भारत भी कोई अपवाद नहीं है। मज़बूत ग्रोथ के बावजूद, प्रति व्यक्ति खर्च और इंफ्रास्ट्रक्चर अपेक्षाकृत कम बना हुआ है, जबकि बीमा कवरेज और आय में सुधार जारी है, जो निरंतर विस्तार के लिए एक लंबा रास्ता प्रदान करता है। बंधन हेल्थकेयर फंड निवेशकों को इस स्ट्रक्चर्ल परिवर्तन में भाग लेने का एक अनुशासित और विविधतापूर्ण तरीका प्रदान करता है, जो लॉन्गटर्म दृष्टिकोण से हेल्थकेयर वैल्यू चेन में अवसरों का लाभ उठाता है।”
निवेश रणनीति पर प्रकाश डालते हुए, विराज कुलकर्णी, फंड मैनेजर, बंधन हेल्थकेयर फंड ने कहा कि “हेल्थकेयर सेक्टर काफी विशाल है और इसके भीतर कई ग्रोथ इंजन मौजूद हैं। बंधन हेल्थकेयर फंड का लक्ष्य एक स्ट्रक्चर्ड, बॉटम-अप दृष्टिकोण के माध्यम से इस विविधता को प्राप्त करना है। पोर्टफोलियो को चार प्रमुख हेल्थकेयर थीमों, हॉस्पिटल्स एंड डायग्नोस्टिक्स, एक्सपोर्ट कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गनाइजेशन (सीडीएमओ) एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट्स (एपीआई), एक्सपोर्ट जेनरिक और डोमेस्टिक ब्रांडेड फॉर्मूलेशन में सोच-समझकर विविधता प्रदान की जाएगी, जिनमें से प्रत्येक पोर्टफोलियो में लगभग 20-30% का योगदान देगा। हमारा ध्यान स्केलेबल बिजनेस मॉडल, मजबूत बैलेंस शीट और निरंतर लाभ दर्ज करने वाली मौलिक रूप से मजबूत कंपनियों की पहचान करने पर है।” यह फंड लॉन्गटर्म के लिए निवेश करने वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो भारत के बढ़ते हेल्थकेयर इकोसिस्टम में भाग लेना चाहते हैं और समय के साथ निरंतर वेल्थ क्रिएशन का लक्ष्य रखते हैं।
