पश्चिम बंगाल के सुंदरबन में मैंग्रोव को बहाल करने देश की सबसे बड़ी निजी बैंकों में से एक एक्सिस बैंक ने नेचर एनवायरनमेंट एंड वाइल्डलाइफ सोसाइटी (एनईडब्ल्यूएस) के साथ साझेदारी की है। 2022 से सुंदरबन पारिस्थितिकी तंत्र में अब तक 16 हेक्टेयर में मैंग्रोव का सफलतापूर्वक पुनर्स्थापन किया गया है। अब दक्षिण और उत्तर 24 परगना में 2028 तक 7 लाख पौधे लगाकर कुल 135 हेक्टेयर मैंग्रोव पुनर्स्थापन करने का लक्ष्य रखा गया है। यह कार्यक्रम तटीय जैव विविधता को बढ़ावा देने, जलवायु परिवर्तन के कारण आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए स्तानीय समुदायों को तैयार करना और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
इसका एक प्रमुख पहलू मृदा कार्बन आकलन है, जो जलवायु परिवर्तन पर कार्यक्रम के सकारात्मक प्रभाव पर मापने योग्य डेटा प्रदान कर सकता है और सुंदरबन में समुदायों के लिए पर्यावरण को बेहतर बनाने और उसे बनाए रखने के प्रयासों के दीर्घकालिक लाभ प्रदान कर सकता है।
इस कार्यक्रम का भारत सरकार के मिशन – मिष्टी (तटीय आवास एवं ठोस आय के लिए मैंग्रोव पहल) के साथ गठबंधन है। साथ ही यह कार्यक्रम सतत विकास लक्ष्यों में सक्रिय रूप से योगदान देता है, विशेष रूप से जलवायु कार्रवाई (एसडीजी 13) और पानी के नीचे जीवन (एसडीजी 14) पर ध्यान केंद्रित करता है।
इस कार्यक्रम को लेकर एक्सिस बैंक के ग्रुप एक्जीक्यूटिव और हेड- होलसेल बैंक कवरेज एंड सस्टेनेबिलिटी, श्री विजय मुलबागल ने कहा, “एक्सिस बैंक पर्यावरणीय स्थिरता को भारत के समावेशी और लचीले विकास की आधारशिला के रूप में देखता है। सुंदरबन में मैंग्रोव पुनर्स्थापन पहल के जरिये हम न केवल एक महत्वपूर्ण जैव विविधता हॉटस्पॉट की रक्षा कर रहे हैं, बल्कि स्थानीय समुदायों को जलवायु की चुनौतियों से निपटने तैयार करते हैं और साथ स्थायी आजीविका के अवसर पैदा करके उन्हें सशक्त भी बना रहे हैं। यह हरित और सतत भविष्य के निर्माण के लिए एक्सिस बैंक की प्रतिबद्धता और प्रयासों को दर्शाता है।”
मैंग्रोव स्थलीय वनों की तुलना में चार गुना अधिक कार्बन संग्रहित कर सकते हैं, जिससे वे जलवायु परिवर्तन से निपटने में एक महत्वपूर्ण उपकरण बन जाते हैं। इसके अतिरिक्त, मैंग्रोव चक्रवातों और भू-क्षरण के विरुद्ध प्राकृतिक अवरोधक के रूप में कार्य करते हैं, और मत्स्य पालन और पारिस्थितिक पर्यटन को भी बढ़ावा देते हैं। यह कार्यक्रम जैव विविधता संरक्षण और संरक्षण के व्यापक मॉडलों की खोज और समर्थन पर बैंक के फोकस के अनुरूप है, जो पारिस्थितिक संरक्षण और उन पर निर्भर समुदायों की आवश्यकताओं के बीच सामंजस्य स्थापित करते हैं। बैंक की यह पहल न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह तटीय समुदायों के सामाजिक और आर्थिक विकास में भी योगदान देगी।
