इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बाद केंद्र सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। सिविल एविएशन मिनिस्टर के. राम मोहन नायडू ने घोषणा की है कि केंद्र इंडिगो के विंटर फ्लाइट शेड्यूल में कटौती करेगा और खाली एयरपोर्ट स्लॉट दूसरी डोमेस्टिक एयरलाइन कंपनियों को देगा। सरकार का यह सख्त कदम लगातार फैली अफरा-तफरी के बीच आया है, अकेले आज इंडिगो की करीब 500 फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं, जिससे पूरे देश में यात्रा पर असर पड़ा है।
आज की रुकावट से सबसे ज़्यादा प्रभावित एयरपोर्ट्स में बड़े हब शामिल थे, दिल्ली में 152 और बेंगलुरु में 121 फ्लाइट्स कैंसिल होने की खबर है। चेन्नई (81), हैदराबाद (58), मुंबई (31), लखनऊ (26), और अहमदाबाद (16) जैसे दूसरे मेट्रोपॉलिटन और खास शहरों में भी बड़ी संख्या में फ्लाइट्स कैंसिल हुईं। इस लगातार संकट को देखते हुए, सिविल एविएशन मिनिस्ट्री (MoCA) आज सभी एयरलाइन ऑपरेटरों के टॉप अधिकारियों के साथ एक ज़रूरी रिव्यू मीटिंग करने वाली है ताकि इस तरह के ऑपरेशनल संकट को दोबारा होने से रोकने के लिए स्ट्रेटेजी बनाई जा सके।
एविएशन मिनिस्टर ने फंसे हुए सामान की स्थिति पर अपडेट देते हुए कहा कि पीछे छूटे 9,000 पैसेंजर बैग में से 6,000 सफलतापूर्वक डिलीवर कर दिए गए हैं। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि बाकी 3,000 बैग मंगलवार सुबह तक प्रभावित यात्रियों तक पहुंचने की उम्मीद है। MoCA रिव्यू मीटिंग का मुख्य फोकस यह पक्का करना है कि इंडिगो के नेटवर्क पर जिस तरह की बड़ी ऑपरेशनल रुकावटें देखी गई हैं, वैसी दोबारा न हों।
