समय पर कृषि लोन की किस्त नहीं चुका पाने की कारण एक किसान ने बैंक मैनेजर के सामने ही जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की। किसानों का कहना है कि बैंक के पास उसका सीसीटीवी भी है। शनिवार शाम यह घटना गोजाल थाना क्षेत्र के इलाके के एक सरकारी बैंक में घटी।
किसान को गंभीर हालत में मालदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। साथ ही बैंक कर्मी के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत की गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस व स्थानीय लोगों के अनुसार, बीमार किसान का नाम प्रथा चंद्र घोष (38) है। उसका घर आलमपाड़ा के घोष पाड़ा इलाके में है। उनकी 10बीघा जमीन है। 2020 में खेती के लिए वहां के एक राष्ट्रीय बैंक से दोलाख का लोन लिया था। लेकिन अच्छी खेती नहीं होने पर वह समय पर बैंक का किस्त नहीं दे पा रहा था। आरोप है कि प्रताप बाबू के परिवार को बैंक की ओर नियमित दबाव दिया जारहा था।
उसकी पत्नी सोनाली घोष ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्होंने एक जमीन बेची थी जिसके एवज में उन्हें एक चेक मिला था। उसी चेक को उस राष्ट्रीय बैंक में जमा दिया गया था लेकिन बैंक ने लोन का रुपया नहीं चुकाने पर उसका चेक अटका दिया। उन्होंने क ई बार बैंक से अनुरोध किया कि वह पैसा चिकित्सा के लिए हैं लेकिन वह नहू माने। अंत में उनके पति ने उनके सामने ही जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की।