कोपा अमेरिका फाइनल मुकाबले में भिड़ेंगे मेसी की अर्जेटीना और नेमार की ब्राजील

182

रियो डि जेनेरियो,। क्रिकेट में भारत बनाम पाकिस्तान, टेनिस में फेडरर बनाम नडाल, टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड, ला लीगा में बार्सिलोना बनाम रीयल मैड्रिड के मैच देखने में जितना मजा आता है उससे ज्यादा रोमांच रविवार की सुबह को कोपा अमेरिका कप में देखने को मिलेगा क्योंकि एक तरफ फुटबॉल का किंग ब्राजील होगा तो दूसरी तरफ महाधुरंधर अर्जेटीना। पेले और रोनाल्डो जैसे महान खिलाडि़यों वाले देश का प्रतिनिधित्व नेमार करेंगे तो वहीं लियोन मेसी की कोशिश डिएगो मेराडोना की सत्ता को आगे बढ़ाने की होगी।

ब्राजील के रियो डि जेनेरियो के ऐतिहासिक माराकाना स्टेडियम में रोमांच का चरम दोगुना होगा क्योंकि अर्जेटीना और ब्राजील जैसी दो प्रतिद्वंद्वी टीमें तो आमने-सामने होंगी ही, साथ में दुनिया के दो सबसे बड़े स्टार भी आमने-सामने होंगे। ये दोनों ही अपनी-अपनी टीमों को विजयी ट्रॉफी दिलाने के लिए जी-जान लगा देंगे क्योंकि इससे उनका कद भी बढ़ेगा। मेसी के लिए ज्यादा खास है क्योंकि वह तीन बार इस टूर्नामेंट का फाइनल हारने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं। वह अपनी कप्तानी में अर्जेटीना को कोई बड़ा खिताब नहीं दिला सके हैं। स्पेनिश क्लब बार्सिलोना के लिए एक साथ चैंपियंस लीग जीत चुके नेमार और मेसी अच्छे दोस्त भी हैं। दोनों को एक-दूसरे की कमजोरियों और ताकत का पत है। जहां मेसी अनुभवी हैं तो नेमार युवा हैं। दोनों की फुर्ती निश्चित ही आपको दीवाना बना देगी। ब्राजील के कोच टिटे टूर्नामेंट में कुछ मैचों में अलग-अगल गोलकीपर को खिला चुके हैं। एलिसन को वह ज्यादा मैच में नहीं खिला रहे हैं और उनकी जगह एडरसन को मौका दे रहे हैं। एडरसन दोनों नाकआउट मैचों में खेले थे। ब्राजील की टीम छह मैचों में दो गोल खा चुकी है और रिपोर्ट के मुताबिक टिटे फाइनल में एलिसन को खिला सकते हैं। लेकिन अर्जेटीना के साथ ऐसा नहीं है। वह मार्टिनेज को मौका दे रहा है और उन्होंने भी टीम को निराश नहीं किया है। यहां तक सेमीफाइनल में पेनाल्टी शूट आउट में उनके द्वारा बचाई गई तीन पेनाल्टी पर ही टीम फाइनल में गई थी। मार्टिनेज के रूप में अर्जेटीना के पास शीर्ष स्तर का गोलकीपर है और उनके रहते ब्राजील के खिलाडि़यों को गोल करना इतना आसान नहीं होगा।

ब्राजील के डिफेंस का प्रदर्शन अभी तक दमदार रहा है। विश्व क्वालीफायर्स और कोपा अमेरिका को मिलाकर वह 12 मैचों में चार गोल ही खा पाए हैं। डेनिलो रेनान लोडी को उनकी भूमिका दे दी गई है। राइट बैक डेनिलो और लेफ्ट बैक लोडी को छकाना आसान नहीं है। अनुभवी थियागो सिल्वा, मारकिन्होस और एडेर मिलिताओ बारी-बारी से खेल रहे हैं ताकि जोखिम से बच सकें। वहीं, अर्जेटीना के लिए मिडफील्ड में गेंद को पास करना महत्वपूर्ण रहेगा। डिफेंस में जर्मन पेजला को निकोलस आटेमेंडी का साथ मिलेगा और दोनों ही फ्री किक के मौके बनाते हैं जिससे गोल करने का तरीका मिल जाए। अर्जेटीना को अगर डिफेंस को मजबूत करना है तो यह देखना होगा कि अर्जेटीना मिडफील्ड कैसे रखता है।

टिटे मैच में 4-4-2 की रणनीति के साथ मैदान में उतरना पसंद करते हैं। उनके स्ट्राइकर और मिडफील्डर दोनों ही मिलकर गोल दाग देते हैं और क्वार्टर फाइनल व सेमीफाइनल में मिडफील्डर लुकास पकेटा के गोल की मदद से टीम फाइनल में पहुंची थी। मिडफील्ड में गेंद को पास करना अर्जेटीना का मजबूत पक्ष है और पकेटा को केसेमिरो व फ्रेड की चुनौती का सामना करना होगा। अर्जेटीना के कोच 4-3-3 के साथ खेलना पसंद करेंगे।

टिटे पहले ही साफ कर चुके हैं उनके अटैक की अगुआई नेमार ही करेंगे। टीम को खासकर नेमार को ग्रेबियल जीसस की कमी खलेगी जो रेड कार्ड के कारण इस मैच में नहीं उतरेंगे। नेमार के अलावा विनिसियस जूनियर, रोबर्टो फिरमिनो अटैक को और मजबूत करेंगे। वहीं, अर्जेटीना के पास मेसी तो है ही, लेकिन लोतारो मार्टिनेज की मेसी के साथ जुगलबंदी से टीम को फायदा हो रहा है। मार्टिनेज गोल भी कर चुके हैं और उनकी जगह सर्जियो अग्यूरो को बेंच पर बैठना पड़ सकता है। एंजेल डि मारिया ने स्थानापन्न खिलाड़ी के तौर पर अच्छा किया है। अर्जेटीना ने मेसी को बचाने का तरीका खोज लिया है। मिडफील्डर रौद्गिगो डि पाल और जियोवानी लो सेल्सो उनके इर्द-गिर्द घेरा बनाते हैं। इसके साथ ही वे मार्तिनेज और निको गोंजालेस को अच्छे पास देने में भी कामयाब रहते हैं।