सेवक रंगपो रेल परियोजना में एक और सुरंग तैयार

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नल संख्या टी- 04/पी2 चार किलोमीटर (3948 मीटर)बनाकर की गई तैयार

45 किमी लंबे सेवक रंगपो नई रेल लिंक, इसमें 4 टनल, 13 बड़े पुल, 9 छोटे पुल और 5 स्टेशन शामिल है

सिलीगुड़ी:- सिक्किम को भारतीय रेलवे के मानचित्र पर जोड़ने की चल रही पहल पर गुरुवार को एक और सफलता मिली। दार्जिलिंग जिला में स्थित सेवक रंगपो रेल परियोजना (एसआरआरपी) की टनल साथ संख्या टी-04/पी2 जो लगभग चार सएफ किलोमीटर (3948 मीटर) तैयार हो गई है। यह जानकारी देते हुए एनएफ बीगुडी रेलवे के सीपीआरओ सब्यसाची दे ने बताया कि इस टनल की सफलता बों ने के साथ परियोजना के सभी टनलों में खनन कार्यों को पूरा कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि दार्जिलिंग जिले में हनुमान झोरा के पास स्थित 599 एक मीटर की निकासी टनल के साथ मुख्य टनल टी-04 की लंबाई 3948 मीटर है। मुख्य टनल हिमालयन क्षेत्र के अतिसंवेदनशील एवं चुनौतीपूर्ण भूगर्भीय और भूकंपीय क्षेत्रों से होकर गुजरती है। एसआरआरपी में अन्य सभी टनलों की तरह, भू-द्रव्यमान की भेद्यता का मुकाबला करने को यहां नवीनतम और सबसे सॉफिस्टिकेटेड – टनलिंग तकनीक यानी न्यू आस्ट्रियाई टनलिंग मेथड (एनएटीएम) का उपयोग किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार सेवक (पश्चिम बंगाल) और रंगपो (सिक्किम) को जोड़ने वाली सेवक रंगपो नई रेल लिंक परियोजना लगभग 45 किलोमीटर लंबी है। इसमें 14 टनल, 13 बड़े पुल, 09 छोटे पुल और 5 स्टेशन है।सबसे लंबी टनल (टी – 10) कीलंबाई 5.3 कि.मी. और सबसे लंबापुल (ब्रिज -17) की लंबाई 425 मीटर है। पूरी परियोजना का लगभग 38.65 किलोमीटर टनल से गुजर रहा है। टनलिंग कार्य का 93% पूरा हो चुका है। वर्तमान में टनल टी-14और टी-09 में अंतिम लाइनिंग पूरी होचुकी है और टनल टी- 02, टी-03,टी – 05, टी-06, टी-07, टी-10.टी-11 और टी-12 प्रगति पर है। अबतक कुल 13.13 कि.मी. लाइनिंग पूरी हो चुकी है।