मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में अज्ञात बुखार से एक और बच्चे की मौत से हड़कंप मच गया। मृत बच्ची की शिनाख्त दीपिका महतो (9 ) के रूप में हुई है। उसे सांस लेने में तकलीफ के चलते मंगलवार को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। बुधवार सुबह इलाज के दौरान मेडिकल कॉलेज में उसकी मौत हो गई। मेडिकल कॉलेज सूत्रों के अनुसार इंग्लिशबाजार थाना क्षेत्र के कमालपुर निवासी भागवत महतो की इकलौती बेटी दीपिका महतो को मंगलवार को बुखार, सर्दी, खांसी और सांस लेने में तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था| बुधवार को बच्चे की मौत हो गई। उधर, परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में हुई बच्ची के इलाज में लापरवाही की शिकायत की है| मृत बच्ची के परिजनों का आरोप है कि कमालपुर क्षेत्र के एक प्राथमिक विद्यालय की दूसरी कक्षा की छात्रा दीपिका महतो को सांस की अत्यधिक तकलीफ के कारण मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। लेकिन इलाज के अभाव में उसकी मौत हो गई। इस बीच अस्पताल के अधिकारियों ने दावा किया है कि मेडिकल कॉलेज के खिलाफ आरोप निराधार हैं। मेडिकल कॉलेज के सूत्रों के मुताबिक पिछले पांच दिनों में अब तक 9 बच्चों की मौत हो चुकी है. हालाँकि, यह एक सामान्य स्थिति है। बीमार बच्चों के समुचित इलाज के साथ ही उनके घर वापसी की भी व्यवस्था की जा रही है। धीरे-धीरे मेडिकल कॉलेजों में बीमार बच्चों की संख्या घट रही है। मालदा मेडिकल कॉलेज के उपाध्यक्ष डॉ पुरंजय साहा ने कहा कि शिशु मृत्यु दर के बारे में चिंता का कोई कारण नहीं है। मरने वाले बच्चों की शारीरिक स्थिति पहले से भी ज्यादा खराब थी। अंतिम समय में परिजन उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज ला रहे हैं। डॉक्टर अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं। फिलहाल मेडिकल कॉलेजों में बाल रोगियों की संख्या कम होने लगी है। बच्चों को समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा फ़िलहाल जलवायु में परिवर्तन हो रहा है। नतीजतन बच्चों में बुखार, सर्दी और खांसी सामान्य है। सही समय पर सही इलाज मिलने से बच्चे ठीक हो रहे हैं। घबराने की जरूरत नहीं है।