मालदा जिले के गाजोल ब्लॉक के पांडुआ क्षेत्र स्थित आदिना डियर पार्क में इस साल की वार्षिक पक्षी गणना (बर्ड सेंसेस) का कार्य शुरू हो गया है। अप्रैल–मई के बाद से ही यहां विभिन्न प्रजातियों के प्रवासी पक्षी, जिनमें शामखोल सहित कई दुर्लभ प्रजातियाँ शामिल हैं, बड़ी संख्या में आना शुरू कर देते हैं।
आदिना फॉरेस्ट रेंज सूत्रों के अनुसार, सुबह से ही वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी पार्क के विभिन्न हिस्सों और पेड़ों पर तैनात होकर पक्षियों की गिनती में जुटे हैं। वे केवल पक्षियों की संख्या ही नहीं, बल्कि कौन-से पेड़ का व्यास कितना है, किस डाल पर कितने घोंसले हैं, किस घोंसले में बच्चे हैं — इन सभी सूचनाओं को बारीकी से दर्ज किया जा रहा है।
वन विभाग का कहना है कि पिछले वर्ष करीब 14,000 पक्षियों की गणना की गई थी। इस साल यह संख्या बढ़ सकती है — अनुमान है कि पक्षियों की संख्या 16,000 तक पहुंच सकती है। अब तक लगभग 7,500 से 8,000 पक्षियों की गणना पूरी की जा चुकी है। विभाग उम्मीद कर रहा है कि आने वाले दिनों में प्रवासी पक्षियों की संख्या और भी बढ़ेगी।
