शुक्रवार दोपहर पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में न्यूज़ीलैंड और पाकिस्तान के बीच पहला वनडे मैच शुरू होने वाला था.
पाकिस्तानी क्रिकेट फैंस के पास ये मौक़ा लगभग 18 साल बाद आया था, जब वे न्यूज़ीलैंड की टीम को पाकिस्तान में खेलते हुए देखने जा रहे थे.
साल 2002 में पाकिस्तान आई न्यूज़ीलैंड की टीम को उसके होटल के पास एक बम धमाका होने के बाद आनन-फानन में अपना दौरा ख़त्म करना पड़ा था.
इसके बाद न्यूज़ीलैंड की टीम 2003 में भी पाँच मैचों की एक सिरीज़ खेलने के लिए पाकिस्तान पहुँची थी. लेकिन वह न्यूज़ीलैंड की टीम का अंतिम पाकिस्तान दौरा था.शुक्रवार को पहले वनडे मैच से यह सिलसिला टूटने वाला था. लेकिन ऐन मौक़े पर न्यूज़ीलैंड ने खेलने से इनकार कर दिया. तीन वनडे के साथ पांच टी20 खेलने के लिए पाकिस्तान आई न्यूज़ीलैंड की टीम ने घर लौटने की तैयारी शुरू कर दी है.
न्यूज़ीलैंड की टीम ने अपने इस फ़ैसले के लिए सुरक्षा से जुड़ी वजहों को ज़िम्मेदार ठहराया है.
न्यूज़ीलैंड क्रिकेट बोर्ड के चीफ़ एग्जिक्युटिव डेविड व्हाइट ने इस फ़ैसले पर कहा है कि, “मैं ये समझता हूँ कि इसका पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड पर बहुत बुरा असर पड़ेगा. वह एक बेहतरीन मेज़बान साबित हुए हैं. लेकिन खिलाड़ियों की सुरक्षा सबसे ज़्यादा अहम है. मुझे लगता है कि यही सबसे ज़्यादा ज़िम्मेदारी भरा विकल्प है.
इमरान ख़ान ने किया फ़ोन
न्यूज़ीलैंड की टीम की ओर से अचानक लिए गए इस फ़ैसले ने शुक्रवार को पाकिस्तानी राजनीति में हलचल मचा दी. ख़ुद इमरान ख़ान को न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा आर्डर्न को फोन करना पड़ा.
पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड ने इस मसले पर दिए अपने बयान में कहा है कि पूर्व कप्तान और प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा आर्डर्न से फ़ोन पर बात की है.
इमरान ख़ान ने आर्डर्न को फ़ोन करके कहा है कि “मेहमान टीम के लिए किसी तरह का ख़तरा नहीं है.”
इस बयान में बताया गया है कि “आज न्यूज़ीलैंड क्रिकेट ने हमें बताया है कि सुरक्षा से जुड़े किसी अलर्ट की वजह से उन्होंने इस सिरीज़ को रद्द करने का फ़ैसला किया है.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और पाकिस्तानी सरकार ने मेहमान टीम की सुरक्षा के लिए पुख़्ता इंतज़ाम किए थे. हमने इस बारे में न्यूज़ीलैंड क्रिकेट टीम को भी आश्वासन दिया था. प्रधानमंत्री ने भी व्यक्तिगत स्तर पर न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री को फोन करके सूचना दी थी कि हमारे पास दुनिया की सर्वश्रेष्ठ ख़ुफिया एजेंसियों में से एक है और मेहमान टीम के लिए किसी तरह के ख़तरे की सूचना नहीं है
न्यूज़ीलैंड टीम के सुरक्षा अधिकारी अपनी टीम के पूरे प्रवास के दौरान पाकिस्तानी सरकार द्वारा किए गए सुरक्षा इंतज़ामों से संतुष्ट रहे हैं. पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड पहले से तय किए गए मैचों को खेलने की इच्छुक है. हालांकि, पाकिस्तान के साथ – साथ दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमी आख़िरी मिनट पर बाहर जाने से निराश होंगे.”
हालांकि, न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा आर्डर्न ने कहा है कि उनकी सरकार पूरी तरह से इस फैसले का समर्थन करती है और खिलाड़ियों की सुरक्षा सबसे ज़्यादा अहम होनी चाहिए.”
पाकिस्तान में राजनीतिक हलचल
न्यूज़ीलैंड टीम द्वारा इस तरह ऐन मौके पर मैच खेलने से इनकार करने के बाद पाकिस्तान की सरकार बचाव की मुद्रा में आती दिख रही है.
जहाँ एक ओर राजनीतिक दलों की ओर से पाकिस्तानी सरकार को इसके लिए ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है. वहीं, सरकार इसे एक अंतरराष्ट्रीय साजिश करार दे रही हैं.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने इस मुद्दे पर कहा है कि “हम वापस वहीं पहुंच गए हैं.”
इसके साथ ही मरियम नवाज़ ने कटाक्ष करते हुए लिखा है कि इमरान ख़ान ने कहा था कि वे पाकिस्तानी पासपोर्ट की इज़्ज़त को बढ़ाएंगे.
इस पर पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री हमाद अज़हर ने कहा है, “हमसे जितनी नफ़रत करनी हो करें लेकिन उस ज़मीन के प्रति थोड़ी वफादारी दिखाएं जिसकी दौलत लूटकर आपने विदेशों में संपत्तियां बनाई हैं.”
नवाज़ परिवार पर पाकिस्तान से बाहर अवैध संपत्ति रखने का आरोप लगाया जाता रहा है.
अंतरराष्ट्रीय साज़िश और अफ़ग़ानिस्तान
पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख़ राशिद अहमद ने इस मुद्दे पर अपनी सरकार का बचाव करते हुए कहा है कि ये दौरा एक अंतरराष्ट्रीय साजिश के तहत रद्द किया गया है.
उन्होंने कहा कि “ये उनका फ़ैसला है. हमने टीम की सुरक्षा के लिए भारी इंतज़ाम किए थे. पाकिस्तान दुनिया में शांति फैलाने वाला देश है और ये दौरा एक अंतरराष्ट्रीय साजिश की वजह से रद्द किया गया है. ये उनकी समस्या है कि वह क्या फैसला लेते हैं.
हमने उन्हें कहा कि बिना दर्शकों के मैच खेला जाए लेकिन वे इसके लिए भी तैयार नहीं हुए.
उन्होंने (पाकिस्तान के प्रधानमंत्री) न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न को भी फोन किया था और कीवियों को पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया था. न्यूज़ीलैंड की प्राइम मिनिस्टर ने कहा था कि सुरक्षा से जुड़ा कोई ख़तरा नहीं है.”
इसके साथ ही अहमद ने भारतीय मीडिया पर पाकिस्तान के ख़िलाफ़ दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, “हमने पहले भी बलिदान दिया है और यहां हर कीमत पर शांति कायम होकर रहेगी.”
“हमारी किसी भी ख़ुफिया एजेंसी, जो कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ एजेंसियों में शामिल हैं, को किसी भी ख़तरे की सूचना नहीं मिली है. पाकिस्तान इस क्षेत्र में एक बड़ी भूमिका निभा रहा है और वे हमें समृद्ध होते नहीं देखना चाहते.” हालांकि, उन्होंने किसी देश या संस्था का नाम नहीं लिया.
इंग्लैंड की टीम आने वाले हफ़्तों में पाकिस्तान का दौरा करने वाली है. लेकिन उन्होंने अब तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है. अब देखना ये होगा कि न्यूज़ीलैंड की इस वापसी का तात्कालिक असर क्या होगा.
‘पाकिस्तान आईसीसी में न्यूज़ीलैंड को जवाब देगा’
न्यूज़ीलैंड टीम के इस फ़ैसले के बाद पाकिस्तान के कई पूर्व क्रिकेट खिलाड़ियों ने इस तरह से वापसी करने पर अपना गुस्सा ज़ाहिर किया है.
रावलपिंडी एक्सप्रेस कहे जाने वाले पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख़्तर ने कहा है कि न्यूज़ीलैंड की टीम को राष्ट्रपति के स्तर की सुरक्षा दी गई है, वे चार दिनों से इस्लामाबाद में घूम रहे थे और पाकिस्तानी ख़ुफिया एजेंसियों पर भरोसा होना चाहिए था.
उन्होंने कहा कि “न्यूज़ीलैंड को हमें इस तरह शर्मसार नहीं करना चाहिए था. इससे बेहतर तो आपको पाकिस्तान आना ही नहीं चाहिए था. लेकिन इस तरह आकर चले जाने से पाकिस्तान का नाम ख़राब होगा.”
We will rise from this. And soon.
— Shoaib Akhtar (@shoaib100mph) September 17, 2021
Ghabrana nahi hai. Not the first time we've been pushed against the wall. Unnecessary and uncalled for decision by @BLACKCAPS . https://t.co/FBB71FVlzm
न्यूज़ीलैंड के क्राइस्ट चर्च शहर में हुए हमलों को याद दिलाते हुए अख़्तर ने कहा कि “इस समय सुरक्षा से जुड़े ख़तरे पूरी दुनिया में हैं, ऐसे में आपको हमारे सुरक्षा तंत्र पर भरोसा करना होगा.”
पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज राजा ने लिखा है, “मैं अपने खिलाड़ियों और क्रिकेट फैंस के लिए बेहद ख़राब महसूस कर रहा हूं. इस तरह एकतरफा ढंग से एक सुरक्षा से जुड़े ख़तरे की वजह से टूर छोड़कर चले जाना काफ़ी हताश करने वाला था. वो भी तब जब ये सुरक्षा से जुड़ा ख़तरा साझा नहीं किया गया. इस मुद्दे पर न्यूज़ीलैंड को हमारा जवाब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद में मिलेगा.”
पाकिस्तान के कप्तान बाबर आज़म ने ट्वीट करते लिखा है, “मैं इस सिरीज़ के इस तरह टल जाने से बेहद निराश हूं, ये सिरीज़ लाखों पाकिस्तानी क्रिकेट प्रेमियों के चेहरों पर मुस्कान ला सकती थी. मुझे अपनी सुरक्षा एजेंसियों की क्षमताओं और उनकी साख़ पर पूरा भरोसा है.”