विशेषज्ञों की मुहर: बादाम से सुधरता है दिल और मेटाबॉलिज़्म का स्वास्थ्य, वजन कम करने में भी मददगार

एक नए प्रकाशन में, दुनिया के बड़े स्वास्थ्य और पोषण विशेषज्ञों ने बताया है कि रोज़ाना बादाम खाने से दिल और शरीर की चयापचय (मेटाबॉलिज्म) सेहत अच्छी रहती है। 11 वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने बादाम और कार्डियोमेटाबॉलिक स्वास्थ्य पर अब तक हुई रिसर्च का विश्लेषण किया और इस बात पर सहमति जताई कि बादाम का नियमित सेवन कई प्रमुख स्वास्थ्य क्षेत्रों में लाभ पहुंचा सकता है। विशेषज्ञों ने पाया कि रोज़ाना बादाम खाना एक प्रभावी और प्रमाणित खानपान रणनीति है, जो हृदय स्वास्थ्य, वजन नियंत्रण और पाचन तंत्र (गट माइक्रोबायोम) को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है। इस सहमति पत्र में यह भी बताया गया है कि अगर कोई व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम 50 ग्राम (1.8 औंस या लगभग दो मुट्ठी) बादाम का सेवन करता है, तो कुछ मामलों में मामूली रूप से वजन घटाने में भी सहायता मिल सकती है।

पूरी दुनिया में कार्डियोमेटाबॉलिक बीमारियाँ (दिल और मेटाबॉलिज्‍म से जुड़ी समस्याएँ) बढ़ रही हैं, इसलिए यह समझना ज़रूरी है कि बादाम इंसान की सेहत को कैसे बेहतर कर सकते हैं। डॉ. एडम ड्रेवनोव्स्की, जो इस शोध के सह-लेखक हैं और वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में महामारी विज्ञान के प्रोफेसर और दुनिया के जानेमाने न्‍यूट्रीशन एक्‍सपर्ट हैं, ने कहा, “बादाम पोषक तत्वों का खजाना हैं और ये दुनिया में सबसे ज़्यादा शोध किए गए खाद्य पदार्थों में से एक हैं।” दुनिया भर के शोधकर्ताओं ने बादाम और कार्डियोमेटाबॉलिक स्वास्थ्य पर चर्चा की और उन्‍होंने अपनी-अपनी जानकारियां एवं नजरिये प्रस्‍तुत किये। वे इस नतीजे पर पहुँचे कि बादाम कार्डियोमेटाबॉलिक सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हैं। यह खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने, डायस्‍टोलिक ब्लड प्रेशर को थोड़ा घटाने, वजन को नियंत्रित करने और गट हेल्‍थ (पेट के स्‍वास्‍थ्‍य) को बेहतर करने में मदद करते हैं।’’

एशिया में रहने वाले भारतीयों के लिए शोध में पता चला कि रोज़ाना बादाम खाने से दिल की सेहत, मेटाबॉलिज्‍म और वजन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। डॉ. अनूप मिश्रा, जो फोर्टिस सेंटर फॉर डायबिटीज़, ओबेसिटी और कोलेस्ट्रॉल (सी-डोओसी) के चेयरमैन हैं, ने कहा, “एशिया में रहने वाले भारतीयों में कार्डियोमेटाबॉलिक बीमारियाँ बढ़ रही हैं, ऐसे में बादाम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ खराब कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर और फ‍ास्टिंग ब्‍लड ग्‍लूकोज को कम करने में मदद कर सकते हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “यह सलाह, संतुलित डाइट के साथ, खासतौर पर उन युवा भारतीयों के लिए ज़रूरी है जो बैठे-बैठे काम करते हैं। हाल के दो अध्ययनों से पता चला कि बादाम खाने से प्री-डायबिटीज़ और मोटापे वाले भारतीयों में ब्लड शुगर कंट्रोल करने में फायदा हुआ। नियमित रूप से बादाम खाने से लगभग एक चौथाई (23.3%) लोगों में प्री-डायबिटीज़ या ग्लूकोज़ को लेकर टॉलरेंस खत्म होकर ब्लड शुगर का लेवल सामान्य हो गया।”

डॉ. सीमा गुलाटी, न्‍यूट्रीशन रिसर्च ग्रुप, नेशनल डायबिटीज, ओबेसिटी एवं कोलेस्‍ट्रॉल फाउंडेशन की हेड, ने कहा, ‘‘भारत में कार्डियोमेटाबॉलिक स्वास्थ्य की बढ़ती समस्याओं के बीच, यह वैज्ञानिक अध्ययन सही समय पर आया है। इस अध्ययन से पता चला है कि बादाम खाने से एशियाई भारतीयों में खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल), फास्टिंग ब्लड शुगर और HbA1C का स्तर कम हो सकता है। यह उस गलत धारणा को भी तोड़ता है कि बादाम खाने से वजन बढ़ता है। इसके बजाय, यह बताता है कि रोज़ाना 50 ग्राम (लगभग 1.8 औंस) बादाम खाने से वजन कम करने में भी मदद मिल सकती है।’’ यह सहमति पत्र के निष्कर्ष बादाम के कार्डियोमेटाबॉलिक लाभों के लिए विशिष्ट हैं और सभी नट्स के लिए सामान्य नहीं हैं। एक औंस (28 ग्राम) बादाम 6 ग्राम प्रोटीन, 4 ग्राम फाइबर, 13 ग्राम असंतृप्त वसा, केवल 1 ग्राम संतृप्त वसा और 15 आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है, जिसमें 77 मिलीग्राम मैग्नीशियम (18.3% डीवी), 208 मिलीग्राम पोटेशियम (4% डीवी) और 7.27 मिलीग्राम विटामिन ई (50% डीवी) शामिल हैं।

कार्डियोमेटाबॉलिक स्वास्थ्य का मतलब है दिल, ब्‍लड वेसल्‍स और शरीर के मेटाबॉलिक सिस्टम (यानी शरीर खाने को कैसे पचाता और इस्तेमाल करता है) का स्वस्थ रहना। खराब खानपान और गलत जीवनशैली की वजह से हृदय रोग, मोटापा और शुगर जैसी बीमारियाँ दुनियाभर में बहुत तेजी से बढ़ रही हैं और महामारी की तरह फैल गई हैं। ड्रेवनोव्स्की ने कहा, ‘‘दशकों के वैज्ञानिक प्रमाणों की सावधानीपूर्वक जांच के बाद, हम इस निष्‍कर्ष पर पहुंचे हैं कि बादाम पूरी तरह से हृदय और मेटाबॉलिक स्वास्थ्य का समर्थन करते हैं। स्नैक्स के रूप में, सलाद और दूसरे व्यंजनों में भी रोज़ाना बादाम खाने से प्लाज्मा लिपिड प्रोफाइल और डाइट क्‍वॉलिटी में सुधार होता है, इससे जीवन की गुणवत्‍ता भी बेहतर होती है।’’

By Business Bureau