नवरात्रि भारत के सबसे ज्यादा धूमधाम वाले त्यौहारों में से एक है। इसे विभिन्न क्षेत्रों में अनूठे तरीकों से मनाया जाता है। यह त्यौहार परिवारों और दोस्तों को एकजुट करता है। लोग खुशी के पल साझा करते हैं और उत्सव के उत्साह में डूब जाते हैं। नवरात्रि में खास व्यंजनों, स्नैक्स और मिठाइयों पर टूट पड़ने की परंपरा बेहद खास होती है और इससे अपनापन भी बढ़ता है। लेकिन इनमें से कई चीजें शुगर, फैट्स और कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर होती हैं और वजन बढ़ने, डायबिटीज तथा दिल की बीमारियों का जोखिम बढ़ा देती हैं। जश्न का मजा लेते हुए अच्छी सेहत बनाये रखने के लिये सोच-समझकर खाना-पीना जरूरी है। अपने आहार में ज्यादा सेहतमंद चीजों, जैसे कि ताजे फल, सब्जियाँ और बादाम जैसे नट्स लेने से त्यौहार का खान-पान सेहत पर बुरा असर नहीं डालता है। यह संतुलन पाने का एक आसान तरीका है।
नवरात्रि के दौरान कई लोग उपवास रखते हैं या शाकाहारी आहार लेते हैं। इसमें बादाम भी शामिल हो जाए, तो आदर्श स्थिति बन जाएगी। बादाम में ग्लूटन नहीं होता है, पादप-आधारित प्रोटीन अच्छी मात्रा में होता है और 15 जरूरी पोषक-तत्व भी होते हैं। बादाम वीगन डाइट लेने वाले लोगों के लिये भी परफेक्ट होती हैं। तरह-तरह के इस्तेमाल में आ सकने के कारण बादाम नवरात्रि की पारंपरिक मिठाइयों और स्नैक्स का स्वाद बढ़ा देती हैं। स्वाद या त्यौहार के आनंद से समझौता किये बिना बादाम ज्यादा स्वास्थ्यकर विकल्प देती हैं।
नवरात्रि के विशेष पकवानों में बादाम डालने से स्वाद और कुरकुरापन बढ़ जाता है और सेहत को भी कई फायदे मिलते हैं। बादाम एलडीएल और टोटल कोलेस्ट्रॉल लेवल्स को कम करके दिल की सेहत को बेहतर बनाती हैं। जब बादाम को अच्छी तरह से संतुलित आहार में शामिल किया जाता है, तब वे ब्लड शुगर को मैनेज करने में भी मददगार होती हैं। प्रोटीन और डाइटरी फाइबर समेत 15 जरूरी पोषक-तत्वों से भरपूर बादाम संतुष्टि देती हैं और आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगने देती हैं। बादाम वजन को सही रखने में सहायक होती हैं और उन्हें नियमित रूप से खाने पर त्वचा भी ज्यादा स्वस्थ और चमकदार हो जाती है। इसका कारण बादाम में मौजूद विटामिन ई है, जोकि एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। यह विटामिन ऑक्सीडेटिव नुकसान से बचाता है और त्वचा की सेहत का समर्थन करता है। भारतीयों के लिये हाल ही में जारी हुईं इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ न्यूट्रीशन (आईसीएमआर-एनआईएन) की डाइटरी गाइडलाइंस बादाम जैसे नट्स को पोषक मानती हैं। उनके अनुसार बादाम को अच्छी सेहत के लिये रोजाना खाया जा सकता है। बादाम को संतुलित आहार का हिस्सा बनाया जाना चाहिये, क्योंकि वह पादप प्रोटीन का स्रोत है और सेहत को बढ़ाने वाला स्नैक भी।