अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप ) की केंद्रीय दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक आज से सिलीगुड़ी के उत्तरबंग मारवाड़ी पैलेस में शुरू हुई। बैठक में संगठनात्मक विषयों के साथ साथ देश में बांग्लादेशी घुसपैठ, महिला असुरक्षा, जर्जर शिक्षा व्यवस्था एवं युवाओं को अवसर जैसे मुद्दों पर होगी निर्णायक चर्चाहोने की बात कही जा रही है। बैठक में देशभर से के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। आयोजकों के अनुसार इस बैठक में शिक्षा व्यवस्था में आवश्यक सुधार, युवाओं में नेतृत्व विकास, सामाजिक चुनौतियों के समाधान और राष्ट्र पुनर्निर्माण में छात्र समुदाय की प्रभावी भूमिका सुनिश्चित करने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
उन्होंने बताया आज की इस बैठक से पूर्व अभाविप ने पश्चिम बंगाल के कूचबिहार, रायगंज, मालदा और कोलकाता में व्यापक जनसभाओं का आयोजन किया। इन सभाओं में बांग्लादेशी घुसपैठ, महिला असुरक्षा, जर्जर शिक्षा व्यवस्था, बढ़ती बेरोजगारी, कटमनी प्रथा और कैंपस में हिंसा जैसे गंभीर मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाया गया। इन सभाओं के आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट केंद्रीय कार्यसमिति बैठक के विचार-विमर्श का आधार बनेगी, ताकि इन समस्याओं के समाधान के लिए ठोस और दुरगामी रणनीति बनाई जा सके।
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्नी डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा, “पश्चिम बंगाल की स्थिति आज लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए गंभीर चुनौती बन चुकी है। बांग्लादेशी घुसपैठ, महिलाओं की सुरक्षा में विफलता, युवाओं के लिए अवसरहीनता और शिक्षा व्यवस्था का पतन न केवल राज्य बल्कि राष्ट्र की प्रगति में बाधक हैं। सिलीगुड़ी में होने वाली केंद्रीय कार्यसमिति बैठक में इन सभी मुद्दों पर ठोस रणनीति तैयार की जाएगी। हमारा संकल्प है-एक सुरक्षित, सशक्त, शिक्षित और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना, जहाँ युवाओं की ऊर्जा राष्ट्र पुनर्निर्माण के पथ पर सार्थक रूप से प्रवाहित हो।”
