बाढ़ के खतरे से बचाने के लिए तीस्ता नदी पर बनेगी 70 मीटर सुरक्षा दीवार: – राजू बिष्ट

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सिलीगुड़ी : तीस्ता नदी के किनारे बाढ़ से प्रभावित लोगों से एक बार फिर से दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजू बिष्ट ने मुलाकात स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों सामने आने वाली चुनौतियों का आकलन करने और उनका समाधान करने के लिए कालीझोरा, रियांग और बंगे (नाजोक) गांवों का दौरा कर एनएचपीसी के अधिकारियों से बात चीत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि एनएचपीसी के अधिकारियों से मेरी हुई बातचीत के बाद कालीझोरा में एनएचपीसी के अधिकारियों ने गांव को संभावित बाढ़ के खतरों से बचाने के लिए 70 मीटर लंबी सुरक्षा दीवार के अनुरोध पर कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता जताई है। वहीं रेलवे का कार्य कर रहे इरकान के अधिकारियों ने रियांग में अपने डंपिंग साइट पर सुरक्षा दीवार के निर्माण पर काम शुरू करने की प्रतिबद्धता जताई है। इसके अलावा, एनएचपीसी ने रेली नदी पर एक ऊंचे एलिवेटेड पुल और नाजोक तक एक एलिवेटेड एप्रोच रोड के निर्माण के लिए छह करोड़ रुपये आवंटित किए हैं,जिसका उद्देश्य साल भर लोगों पहुंच सुनिश्चित करना है। एनएचपीसी बंगे, नाजोक में आगे के कटाव को रोकने के लिए रेली नदी के दोनों किनारों पर एक सुरक्षा दीवार का निर्माण भी करेगी।सांसद बिष्ट ने कहा कि जब मैं तीस्ता के किनारे लोगों के पुनर्वास के लिए निधियों के आवंटन और उपयोग के संबंध में जवाबदेही की आवश्यकता पर अपनी बात कही है, तरे से गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन के मुख्य कार्यकारी अनित थापा ने इसे शिकायत के रूप में समझे हैं। मैं उनके प्रति पूरा सम्मान रखते हुए कहना चाहता हूं कि मैं एक जनप्रतिनिधि हूं और जनता उनकी चिंताओं को आवाज़ देना मेरा कर्तव्य है। बिष्ट ने कहा कि मैं एक बार फिर केंद्र और राज्य सरकार, विकास एजेंसियों, जिला प्रशासन और निर्वाचित प्रतिनिधियों के बीच परस्पर सहयोग की आवश्यकता पर जोर देता हूं, ताकि लोगों की समस्याओं समाधान किया जा सके।