तीसरी शिक्षा कार्य समूह की बैठक भुवनेश्वर में शुरू हुई

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ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में बुधवार से G-20 की तीसरी शिक्षा कार्य समूह की बैठक शुरू हुई। पहले दिन एनएसडीसी के सहयोग से सीएसआईआर- इंस्टीट्यूट ऑफ मिनरल्स एंड मैटेरियल्स टेक्नोलॉजी में आयोजित संगोष्ठी में भविष्य के कार्य के क्षेत्र में आजीवन शिक्षा के लिए कौशल विकास के मुद्दे पर चर्चा की। वर्किंग ग्रुप की बैठक के पहले दिन शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम की प्रमुख बैठकें 27 और 28 अप्रैल को भी आयोजित की जाएंगी। संगोष्ठी के दौरान G20 सदस्य देशों, अतिथि देशों और ओईसीडी, यूनेस्को और यूनिसेफ जैसे आमंत्रित संगठनों ने हिस्सा लिया। पहले दिन कुल 3 सत्र आयोजित किए। पहले सत्र में काम के भविष्य के संदर्भ में श्रम बाजारों और संस्थागत क्षमता निर्माण की जरूरतों के लिए एक चुस्त प्रतिक्रिया का निर्माण: उच्च गुणवत्ता वाली तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा को सक्षम करना शीर्षक नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (प्रस्तावित) के सचिव अतुल कुमार तिवारी ने की।

इस दौरान भविष्य में अपेक्षित कौशल प्रदान करने के लिए मानव और संस्थागत क्षमता को मजबूत करने की रणनीतियां, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा के लिए प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम की रूपरेखा का नवीनीकरण, व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को शैक्षिक प्रस्तावों में एकीकृत करना और कक्षाओं में प्रौद्योगिकी-आधारित नवाचारों को शामिल करके कौशल अंतराल को पाटने के लिए रणनीति विकसित करना जैसे मु्द्दों पर चर्चा की गई। इसके अलावा उच्च और व्यावसायिक शिक्षा के बीच रास्ते बनाना विषय पर भी चर्चा की गई। जहां उद्योग-अकादमिक संपर्क को बढ़ावा देने की रणनीतियां, स्नातकों की रोजगार क्षमता बढ़ाने की रणनीतियां और योग्यताओं की समानता स्थापित करने जैसे मुद्दों को उठाया गया। तीसरे और अंतिम सत्र में बच्चों को आजीवन सीखने के पाठ्यक्रम पर स्थापित करने के लिए उन्हें भविष्य के कौशल से लैस करना  विषय पर चर्चा की गई।

G20 एजुकेशन वर्किंग ग्रुप की तीसरी बैठक का उद्देश्य “फ्यूचर ऑफ वर्क” से संबंधित मुद्दों के समाधान को खोजना है। तीसरे सत्र से पहले भुवनेश्वर में एक विशेष प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। 26 अप्रैल को सिर्फ G20 के प्रतिनिधि ही प्रदर्शनी में शामिल हुए। यह प्रदर्शनी 23-25 अप्रैल और फिर 27 और 28 अप्रैल के बीच आम जनता के लिए खुली रहेगी। यह प्रदर्शनी “फ्यूचर ऑफ वर्क” विषय पर लगाई गई थी। इससे पहले G-20 शिक्षा कार्यसमूह की दूसरी बैठक पंजाब के अमृतसर में आयोजित हुई थी जबकि पहली बैठक इस साल की शुरुआत में चेन्नई में हुई थी।