भारतीय नर्सों को वैश्विक कैरियर के अवसरों से सशक्त बनाने के लिए, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयंत चौधरी ने जर्मन भाषा प्रशिक्षण के बी1 स्तर को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए 32 स्वास्थ्य पेशेवरों को सम्मानित किया। प्रशिक्षण का उद्देश्य नर्सों को जर्मनी में सफल कैरियर और आजीविका के लिए आवश्यक भाषा कौशल से लैस करना है।सरकार के कौशल भारत मिशन का उद्देश्य महत्वाकांक्षी रणनीतियों के माध्यम से भारत को कुशल प्रतिभाओं के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाना है।
दो से तीन महीने का व्यापक आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम कौशल भारत अंतर्राष्ट्रीय पहल के तहत उन सभी उम्मीदवारों को दिया गया, जिन्होंने बीएससी नर्सिंग या जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) कार्यक्रम पूरा कर लिया है। पेशेवर जर्मन मूल के प्रशिक्षकों द्वारा दिया गया यह कार्यक्रम सुनिश्चित करता है कि प्रतिभागियों को शीर्ष स्तर की भाषा शिक्षा मिले।कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री (एमएसडीई) और एनएसडीसी इंटरनेशनल ने विभिन्न देशों में 58,000 से अधिक कुशल भारतीयों को सफलतापूर्वक नियुक्त किया है, जिसका लक्ष्य वैश्विक कौशल शक्ति बनना है।
कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयंत चौधरी ने कहा, “यह जरूरी है कि इन पदों को केंद्रित तरीके से भरने के लिए हमारे पास सही दृष्टिकोण हो और स्किल इंडिया इंटरनेशनल का उद्योग के साथ मजबूत संबंध इस कमी को पूरा कर सकता है और मैं प्रत्येक उम्मीदवार को बधाई देना चाहता हूं क्योंकि आप में से प्रत्येक एक परिवर्तनकर्ता और भारत का राजदूत है।