पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 11वीं की एक छात्रा ने जहर खाकर जान दे दी है। उसकी पहचान 16 साल की सुष्मिता सिंह के तौर पर हुई है। वह मूल रूप से कसबा थाने के 198 नंबर पिकनिक गार्डन रोड स्थित पते पर अपने मां और भाई के साथ रहती थी। उसकी मौत के बारे में एसएसडी डिवीजन के उपायुक्त आईपीएस रसीद मुनीर खान ने सोमवार सुबह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि रविवार देर शाम कोलकाता नेशनल मेडिकल कॉलेज अस्पताल से पुलिस को सुसाइड की सूचना दी गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि सुष्मिता अपने 45 वर्षीय मां रूनी देवी और 22 साल के भाई संतोष कुमार सिंह के साथ उक्त पते पर रहती थी। वह मिलनगढ़ बालिका विद्यालय में 11वीं की छात्रा थी और अपनी पढ़ाई को लेकर काफी गंभीर रहती थी। 2012 में उसकी मां पिता से अलग हो गई थी और दोनों बच्चों को साथ लेकर यहां रह रही थी। घर चलाने के लिए सड़क के किनारे उसने छोटी सी दुकान डाली थी जिसमें खाना वगैरह बना कर लोगों को खिलाती थी। उसका भाई ड्राइविंग का काम करता था। सुष्मिता भावनात्मक तौर पर अपने पिता से जुड़ी हुई थी और उनकी अनुपस्थिति में खुद को लगातार असुरक्षित महसूस कर रही थी। जांच में पता चला है कि पिता की गैर मौजूदगी को लेकर वह लगातार डिप्रेशन में थी और पढ़ाई को लेकर भी गंभीर थी। कुछ किताबें खरीदना चाहती थी जिसके लिए मां के पास पैसे नहीं जुट रहे थे। प्रारंभिक तौर पर अंदाजा लगाया जा रहा है कि संभवतः इन्हीं सब कारणों की वजह से उसने जहर खाया है। रविवार को सुबह के समय उसकी मां सड़क किनारे दुकान खोलने के लिए चली गई थी और भाई काम पर चला गया था। 11:00 बजे जब मां वापस लौटी तो उसने देखा कि जमीन पर बेटी पड़ी हुई है और उसके मुंह से झाग निकल रहा है। तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने कुछ देर के इलाज के बाद मृत घोषित कर दिया। आज सोमवार को उसका शव परीक्षा होगा। मामले में और अधिक जांच की जा रही है। कसबा थाने में अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज किया गया है।