सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले को लेकर उद्धव ठाकरे ने कही ये बात

105

भारतीय जनता पार्टी और महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे के बीच खींचतान एक बार फिर सामने आई है। सुशांत सिंह राजपूत मुद्दे को लेकर लंबे समय तक दोनों के बीच चली तकरार बीते कुछ दिनों से शांत थी लेकिन उद्धव ने एक इंटरव्यू में मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि शांत हूं, संयमी हूं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि नामर्द हूं।

शिवसेना के मुखपत्र सामना में उद्धव ठाकरे का इंटरव्यू छापा गया है। इसमें उन्होंने कहा है, ‘मैं शांत हूं, संयमी हूं लेकिन इसका मतलब मैं नामर्द नहीं हूं और इस प्रकार से हमारे लोगों के परिजनों पर हमले शुरू हैं। ये तरीका महाराष्ट्र का नहीं है। बिल्कुल नहीं है। एक संस्कृति है। हिंदुत्ववादी कहे जाने के बाद एक संस्कृति हैं और आप परिवार पर आओगे, बच्चों पर आनेवाले होंगे तो हम पर हमला करनेवाले जिस-जिस का परिवार और बच्चे हैं उन्हें मैं कहना चाहता हूं कि आप का भी परिवार है और बच्चे हैं। आप दूध के धुले नहीं हो। आपकी खिचड़ी कैसे बनानी है ये हम बनाएंगे।’

इंटरव्यू के दौरान उद्धव ने सुशांत सिंह राजपूत मामले का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि मैं उनकी ओर रूखी नजर नहीं रखता हूं… ऐसा इसलिए क्योंकि जिन्हें लाश पर रखे मक्खन बेचने की जरूरत पड़ती है, वे राजनीति करने के योग्य नहीं… दुर्भाग्य यह है कि एक शख्स की जान चली जाती है और मौत पर आप राजनीति करते हैं? कितने निचले स्तर पर गिरते हो ? एक जान चली गई,इसपर भी ये राजनीति करने से नहीं कतराए…उस पर अलाव जलाकर आप अपनी रोटियां सेंकने में लग गये… यह आपकी औकात हो सकती है और है भी…

महाराष्ट्र में सीबीआई के बैन पर भी उद्धव ने बात की और कहा कि जब सीबीआई का दुरुपयोग होने लगे तब ऐसी नकेल की जरूरत होती है. केंद्र सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि बदले की भावना से ही काम करना है तो तुम एक बदला लो हम दस लेने का काम करेंगे. करारा प्रहार करते हुए ठाकरे ने कहा कि हमारे राज्य महाराष्ट्र ने मरी हुई मां का दूध नहीं पिया…यह बाघ की संतान हैं… कोई भी महाराष्ट्र के आड़े आने का काम करेगा या फिर दबाने का प्रयास करेगा तो क्या होगा, इसका इतिहास में उदाहरण अंकित…. आपके पास प्रतिशोध चक्र है, हमारे पास सुदर्शन चक्र है…. हम इसे आपके पीछे लगा सकते हैं…