बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में तीसरे चरण के मतदान के लिए प्रचार अभियान चरम पर है। सभी दलों के बड़े नेता मतदाताओं को साधने की कोशिशों में जुटे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी बुधवार को अररिया के में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान राहुल ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग का मशीन (ईवीएम) का नाम मोदी वोटिंग मशीन (एमवीएम) है। लेकिन इस बार बिहार के युवाओं में गुस्सा है इसलिए मोदी वोटिंग मशीन के बावजूद महागठबंधन बिहार चुनाव जीतने जा रहा है।
अपने भाषण की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जब भी नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की बात होती है तो आज इन्हें अलग न समझें। दोनों एक ही हैं। नीतीश कुमार मोदी जी की मदद करते हैं और मोदी जी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाते हैं। ऐसे में आप लोगों के मन में कोई गलतफहमी नहीं रहनी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को एमवीएम (मोदी वोटिंग मशीन) बताया. हालांकि उन्होंने कहा कि ईवीएम हो एमवीएम हो, इस बार यहां के युवा में गुस्सा है और महागठबंधन जीतने जा रहा है. गांधी ने वादा करते हुए कहा, यहां की सरकार ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया. हमारी सरकार बनी तो बिहार में फूड प्रोसेसिंग के कारखाने लगाएंगे. जब तक मक्के के कारखाने यहां नहीं लगेंगे तब तक किसानों को अपने अनाज का सही रेट नहीं मिलेगा. पंजाब में फूड प्रोसेसिंग के कारखाने हैं इसलिए किसानों को सही रेट मिलता है.
गांधी ने कहा कि हम चाहते हैं कि बिहार का अनाज यहीं बिके. कोशिश होगी खेत के बिल्कुल पास मक्के को प्रोसेस करने की फैक्ट्री लगाएंगे. गांधी ने कहा कि नफरत की लड़ाई प्यार से जीती जा सकती है. उन्होंने कहा, वे मुझे गाली देते हैं, अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं लेकिन मैं नरेंद्र मोदी जी से तमीज से बात करता हूं. वह जितनी नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं, मैं उतने ही प्यार से पेश आता हूं. मैं तब तक पीछे नहीं हटूंगा जब तक मोदी को हरा ना दूं. उन्होंने कहा कि हम विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे हैं. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि उनकी सोच के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं और उन्हें हम हराएंगे.