राज्य के सबसे बड़े मुस्लिम बहुल जिले मुर्शिदाबाद के मतदाता त्रिकोण में फंसे

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पश्चिम बंगाल की सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले मुर्शिदाबाद जिले में इस बार चुनावी गणित दिलचस्प हो गई है। आजादी के बाद से लेकर आज तक कांग्रेस के एक छत्र राज रहे इस क्षेत्र में इस बार भारतीय जनता पार्टी ने अपने कमल को खिलाने की सारी जुगत लगा दी है। और इसके आसार भी इस वजह से दिखने लगे हैं क्योंकि यहां मतदाताओं की किस्मत का फैसला करने वाले मुस्लिम वोटर्स माकपा-कांग्रेस गठबंधन, तृणमूल और एआईएमआईएम के त्रिकोण में फंस गए हैं। इस जिले के करीब 70 फ़ीसदी मतदाता मुस्लिम हैं और महज 30 फ़ीसदी मतदाताओं में हिंदू और अन्य समुदाय के लोग हैं। इसलिए यहां से सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस, माकपा-कांग्रेस गठबंधन और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने मुस्लिम उम्मीदवारों को ही मैदान में उतारा है। जिले में 22 सीटें हैं और हर एक पार्टी से अल्पसंख्यक उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है। इस वजह से इस बार इस जिले में अल्पसंख्यक वोट बैंक बंटने के आसार हैं जिसका सीधा लाभ भारतीय जनता पार्टी को मिलेगा। यहां के मुस्लिम दशकों से कांग्रेस के साथ रहे हैं, अब तृणमूल ने भी यहां मुस्लिम वोटरों में अच्छी पैठ बना ली है। कांग्रेस और तृणमूल के बीच उधेड़बुन में फंसे मुर्शिदाबाद के मुस्लिमों के सामने अब ओवैसी की पार्टी का भी विकल्प है, जिसके तीन उम्मीदवार यहां मैदान में हैं। जाहिर है वोट बंटेंगे। भाजपा के लिए यह मुफीद माहौल है। वोटों के बंटवारे से उसे कई सीटों पर लाभ हो सकता है।
तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पिछले लोकसभा चुनाव में यहां जीत हासिल करने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता बहरामपुर के सांसद अधीर रंजन चौधरी को भी इसका बखूबी भान है। चंद दिनों पूर्व उन्होंने खुल कर कहा, तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी अगर मुर्शिदाबाद जिले की सभी 22 सीटों से प्रत्याशी हटा लें तो वह बाकी सीटों पर तृणमूल को सपोर्ट करने को तैयार हैं। खैर, तृणमूल ने प्रत्याशी तो नहीं हटाया लेकिन कुछ दिनों पूर्व ममता बनर्जी ने सभी विरोधी दलों के नेताओं को यह पत्र जरूर लिखा कि भाजपा को रोकने के लिए उनका साथ दें।
मुर्शिदाबाद विधानसभा क्षेत्र में स्थित पर्यटनस्थल हजारद्वारी जानेवाले रास्ते में कई जगह पर दीवारों पर कमल का फूल दिखता है। जगह-जगह झंडे-बैनर भी दिखते हैं।  भाजपा को मुर्शिदाबाद, जंगीपुर, सागरदिग्घी विधानसभा सीट से काफी उम्मीदें हैं। इनमें से मुर्शिदाबाद सीट ऐसी है जो हिंदू बहुल इलाका है और यहां लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई है। इसीलिए इस सीट पर पार्टी को विशेष उम्मीदें हैं।
मुर्शिदाबाद में एआइएमआइएम ने सागरदिग्घी, भरतपुर व जलांगी से क्रमश: नीरू महबूब आलम, सज्जाद हुसैन व अलशौकत जमान को प्रत्याशी बनाया है।