रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह देश को समर्पित करेंगे 43 पुल, रक्षा के लिहाज से समझिए इनका महत्व

वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच सीमा से सटे 7 राज्यों / केंद्र शाशित प्रदेशों में 43 पुल बनकर तैयार हैं। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज इन पुलों का उद्धाटन करने वाले थे, लेकिन रक्षा मंत्रालय ने रेल राज्य मंत्री (MoS) सुरेश अंगड़ी की मौत के मद्देनजर इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। एमओएस रेलवे का बुधवार को दिल्ली एम्स में निधन हो गया था। कोरोना संक्रमित होने के बाद 11 सितंबर से उनका इलाज चल रहा था।

भारतीय सेना के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए सीमा सड़क संगठन ने हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, अरणाचल प्रदेश, सिक्किम और केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर व लद्दाख में इन पुलों का निर्माण किया है। इन पुलों का उद्घाटन रक्षामंत्री राजनाथ सिह दिल्ली से वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए करेंगे।

इन पुलों का निर्माण रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में किया गया है, जिसकी वजह से सैनिकों और हथियारों की त्वरित आवाजाही सुनिश्चित करने में सशस्त्र बलों की मदद मिलेगी। इनमें से 10 पुल जम्मू कश्मीर के सीमांत क्षेत्रों, 7 पुलों का निर्माण केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में हुआ है, जबकि 2 पुल हिमाचल प्रदेश, 4 पुल पंजाब, 8 पुल उत्तराखंड, 8 पुल अरूणाचल प्रदेश‌ और 4 पुल सिक्किम में बनाए गए हैं।

दूसरे बड़े रक्षा प्रोजेक्ट्स पर काम जारी
पुल बनाने का ये काम ऐसे मुश्किल वक्त में पूरा हुआ है जब चीन हमारी सीमाओं पर अपनी नजर गड़ाए बैठा है. इसलिए भारत कई जरूरी प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम कर रहा है. भारत लद्दाख को हिमाचल प्रदेश के दारचा से जोड़ने के लिए भी एक सड़क का निर्माण कर रहा है. ये सड़क सैकड़ों आड़ी तिरछी बर्फीली चोटियों से होती हुए गुजरेगी. 290 किलोमीटर लंबी ये सड़क लद्दाख क्षेत्र में सेना के आवागमन और हथियारों को ले जाने में मददगार साबित होगी, इससे कारगिल क्षेत्र का संपर्क भी बेहतर होगा.

By Editor

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