पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में स्थित अल्पसंख्यकों के मशहूर दरगाह फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने विधान सभा चुनाव से पूर्व तृणमूल सुप्रीमो व राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला। मालदा के बामनगोला एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होने कहा वे तृणमूल सुप्रीमो से विधानसभा चुनाव में 40 सीटें की मांग की थी पर इसपर सहमति नहीं हुई। इसके विपरीत प्रशासन से उनलोगों पर जुल्म ढाया जा रहा है। झूठे मामले में उन्हें फंसाया जा रहा है। ताकत के इस्तेमाल से उन्हें दबाने का प्रयास किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्हें भाजपा का खौफ दिखाया जा रहा है। संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की एक सभा मालदा में है। उनके साथ बातचीत हुई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कई अन्य राजनीतिक पार्टियों के साथ भी बातचीत जारी है। उन्होंने कहा मालदा में मीम व सेकुलर फ्रंट छह सीटों पर उम्मीदवार खड़े करेंगे। दूसरी ओर जिला तृणमूल के मुखपत्र शुभमय बसु ने बताया कि भाजपा पश्चिम बंगाल को अशांत करने का प्रयास कर रही है और इसका दोष अब्बास सिद्धकी व मीम के सदस्यों पर आ पड़ता है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में जाति और धर्म से ऊपर उठकर विकास कार्य हुए हैं। यहाँ की जनता इस बारे में अच्छी तरह जानती है। सही समय पर हुए इसका माकूल जवाब देगी। वहीँ जिला भाजपा के उपाध्यक्ष अजय गांगुली ने कहा कि वे लोग मारकाट की राजनीति में विश्वास नहीं करते। जो लोग इतने दिनों तक अल्पसंख्यकों के वोटों की राजनीति करते आ रहे हैं। उन्हें इस बात की चिंता हो सकती है। भाजपा स्वस्थ राजनीति में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा की अपनी एक अलग साख है और इसी के बल पर पश्चिम बंगाल में लोग उसे वोट देंगे।