मालदा के श्रमिक की बैंगलोर में मौत , सदमे में परिवार

96

हरिश्चंद्रपुर दो नंबर ब्लॉक के मोशालदाह ग्राम पंचायत अंतर्गत तालगाछी के हुसेनपुर गांव निवासी शफीकुल परिवार के भरन पोषण के लिए श्रमिक का काम करने बंगलौर गए थे,.जहा क्रेन से नीचे दबकर उसकी मौत हो गयी। बताया जाता है एक महीने पहले काम की तलाश में  शफीकुल (40 ) बंगलौर गया था। उसके घर में वृद्ध पिता किताबुद्दीन (70 ) माँ साजीनूर बीवी (62 ) , पत्नी सोंनाभान  बीवी  व चार नाबालिग बेटी है। लॉक डाउन में पैदल भी वह घर लौटा था।  शफीकुल का परिवार सभी सरकारी सुविधाओं से वंचित बाय जा रहा है। परिवार का एकमात्र रोजगार करनेवाला सदस्य सफीकुल आज इस दुनिया में नहीं है। उसके जाने के बाद मानों इस परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। शफीकुल की पति सोनाभान बीवी ने बताया एक महीने पहले वे बंगलौर  गया था।  कल शाम को खबर मिली कि उसके पति की मौत हो गयी है। किस तरह उसकी मौत हुई इस बारेमें उसे नहीं बताया आगया। कल ही उससे आखिरी बार बात हुई थी। शफीकुल की माँ साजीनूर बीवी भी बेटे की मौत से सदमे में हैं। उन्होंने कहा आगे परिवार कैसे चलेगा यह सोचकर वह चिंतित हैं। मोशालदा ग्राम प्रंचायत के प्रधान निलुफर यास्मीन ने मृतक के परिवार हर सभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। मालदा जिला तृणमूल कांग्रेस के जिला महा सचिव बुलबुल खान ने भी मृतक के परिवारवालों को सहायता का आश्वासन दिया है। भाजपा नेता अजय गांगुली ने कहा राज्य में रोजगार के साधन नहीं है।  यही कारण है कि यह के लोग रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं।