माफ़ी मांग कर टीएमसी में वापसी की गुहार लगाते बीजेपी नेता

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मुकुल राय की टीएमसी में वापसी के बाद ऐसा अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता सार्वजनिक तौर पर माफ़ी मांगते हुए टीएमसी में वापसी की गुहार लगा रहे हैं. बीजेपी के बड़े नेताओं की वापसी या ऐसा करने के इच्छुक नेताओं की सूची लगातार लंबी होने के बीच ही राज्य के विभिन्न इलाकों में बीजेपी के ज़मीनी कार्यकर्ता भी टीएमसी में लौटने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए वो सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने के अलावा टीएमसी के प्रति निष्ठा की शपथ ले रहे हैं. इस पर बीजेपी के राज्य यूनिट के लोगों का कहना है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का आतंक. लेकिन टीएमसी का जवाब है कि लोगों को अब अपनी ग़लती का अहसास हो गया है.

बीरभूम ज़िले के सैंथिया में लोग उस समय हैरत में पड़ गए जब बीजेपी कार्यकर्ताओं का समूह अलग-अलग बैटरी-चालित रिक्शे (टोटो) पर सवार होकर सड़कों पर अपनी ग़लतियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगते नजर आए. वह ग़लती थी चुनाव से पहले टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल होना, अब चुनाव नतीजों के बाद उपजी परिस्थिति में उनको अपने इलाके में रहने के लिए माफ़ी मांग कर घर वापसी करना ही एकमात्र उपाय नज़र आ रहा है. हाल में इस इलाके में क़रीब तीन सौ कार्यकर्ता शपथ लेकर टीएमसी में दोबारा शामिल हो गए हैं.

टीएमसी के बीरभूम ज़िला अध्यक्ष अणुब्रत मंडल कहते हैं, “हमें किसी को जबरन बुलाने की ज़रूरत ही नहीं है. बीजेपी और उसकी नीतियों से मोहभंग होने की वजह से लोग ख़ुद लौटना चाहते हैं.”