पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के बढ़ते जनाधार को लेकर तृणमूल कांग्रेस पहले से ही दबाव में है। आइकोर चिटफंड मामले में धन शोधन की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तृणमूल उम्मीदवार मानस भुइयां को नोटिस भेजा है। उन्हें 19 अप्रैल को साल्टलेक के सीजीओ कंपलेक्स स्थित जांच एजेंसी के दफ्तर में हाजिर होने को कहा है। इसके अलावा उत्तर 24 परगना के कमरहट्टी से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार मदन मित्रा के बेटे स्वरूप मित्रा को ईडी ने समन किया है। उन्हें 23 अप्रैल को हाजिर होने को कहा गया है। इसके पहले राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और पार्षद बप्पादित्य दासगुप्ता को भी तलब किया गया था। 14 अप्रैल को इन दोनों को भी समन भेजा गया था। जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया है कि चिटफंड कंपनी के कार्यक्रम में मानस भुइयां और मदन मित्रा के बेटे ने शिरकत की है और पूछताछ के बाद उनके बारे में कई सारे तथ्य सामने आए हैं जिसके बाद इन्हें बुलाया गया है।
गौर हो कि करीब 12 साल पहले बाकी चिटफंड कंपनियों के साथ आईकोर ने भी पश्चिम बंगाल में जड़े जमाई थी और अधिक रिटर्न के नाम पर लाखों निवेशकों के रुपये गबन कर गई थी। 2015 में राज्य सीआईडी ने इसकी जांच शुरू की थी और कंपनी के मालिक अनुकूल माइती की पत्नी और दो निदेशकों को गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसे जमानत दे दी गई थी। बाद में सीबीआई ने जब चिटफंड मामलों की जांच शुरू की तो आईकोर को भी सूची में शामिल कर लिया और ओडिशा से अनुकूल को धर दबोचा गया।