बैंक ऑफ इंडिया ऑफिसर्स एसोसिएशन की ईस्ट इंडिया शाखा ने बैंकों के निजीकरण और विभिन्न मांगों के खिलाफ कलस्टर मीट का आयोजन किया। इसे लेकर शनिवार को सिलीगुड़ी के एक होटल में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस बैठक से बैंकों के निजीकरण के विरोध में चल रहे आंदोलन की रूपरेखा पर चर्चा हुई। मालूम हो कि निजीकरण के विरोध, पुरानी पेंशन योजना को वापस लाने, गांवों में बैंक शाखाओं के विस्तार आदि के चलते 30 और 31 जनवरी को बंद का आह्वान किया जाना था, हालांकि वे इससे पहले आरबीआई से बातचीत में अपनी मांगों को पूरा करने का आश्वासन पाने के लिए ही बंद से परहेज कर रहे हैं।
लेकिन निजीकरण के खिलाफ उनका लगातार आंदोलन जारी रहेगा। संस्था के महासचिव संजय दास ने कहा कि अगर बैंक का निजीकरण किया जाता है तो बैंक कर्मचारियों के साथ-साथ ग्राहकों को भी कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इस मुद्दे पर ग्राम सभा का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए गांवों और कस्बों में लोगों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनके लगातार आंदोलन के कारण केंद्र सरकार अभी भी बैंकों का निजीकरण नहीं कर पा रही है। नतीजतन, यह आंदोलन पूरे देश में जारी रहेगा।