बहुमत से महज 12 सीट दूर RJD ने नहीं छोड़ी सरकार बनाने की उम्मीद, सहनी-मांझी पर नजर

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बिहार चुनाव (Bihar Eelection 2020) में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को जनता ने एक बार फिर मौका दिया है. हालांकि इस बार समीकरण थोड़े बदले हैं. हर बार छोटे भाई की भूमिका रहने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP), राज्य में दूसरे नंबर का दल बन कर उभरी वहीं, सबसे ज्यादा सीटें पाकर नंबर 1 बने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के पास सरकार बनाने के लिए सिर्फ 12 सीटों की कमी है. जनता दल यूनाइटेड (JDU) को को इस बार बहुत नुकसान हुआ और वह सिर्फ 43 सीटों पर ही जीत पाई है. हालांकि भाजपा ने स्पष्ट किया है कि राज्य के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ही रहेंगे.
इस बीच महागठबंधन भी अपने दांव पेच आजमा रहा है. राजद की अगुवाई वाले पांच दलों के महागठबंधन ने अभी उम्मीद नहीं छोड़ी है. वह अपने दो पूर्व सहयोगियों से संपर्क में है जो फिलहाल NDA का हिस्सा हैं. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि राजद- मुकेश सहनी की अगुवाई वाले विकासशील इन्सान पार्टी और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के हिन्दुस्तानी आवामा मोर्चा सेक्युलर के संपर्क में है. साथ ही पार्टी हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM से भी बात कर रही है. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि अगर पांच सीटें AIMIM और चार सीटें (VIP-HAM) की महागठबंधन के हिस्से आ जाएं तो बात बन सकती है.

खबर के मुताबिक, आरजेडी के एक सूत्र ने कहा है कि कोशिश करने में कोई नुकसान नहीं है. बताया गया कि वीआईपी और हम को अच्छी डील देने की कोशिश हुई. वहीं AIMIM को उनके साथ मिलने में कोई परेशानी नहीं है. सूत्र ने यह भी माना कि फिलहाल पार्टियों की तरफ से उन्हें कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला है.

कहा गया है कि मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम का पद चाहिए जो आरजेडी उन्हें देने पर राजी भी हो सकती है. हम पार्टी ने भी ऑफर की जानकारी दी. उन्हें भी डिप्टी सीएम और मंत्रिपद का ऑफर दिया गया था लेकिन पार्टी ने फिलहाल एनडीए के साथ ही रहने का मन बनाया है.