अर्नब गोस्वामी रिपब्लिक टीवी (Republic Bharat) पर किसान आंदोलन और भारत बंद पर टिप्पणी करते दिखे। अपने शो पर अर्नब गोस्वामी ने केंद्र मंत्री स्मृति इरानी को भी बुलाया। अर्नब इस दौरान कहते हैं- ‘देशवासियों आज किसानों पर सियासत करने वाले हार गए। बंद हार गया, भारत ने आज इन्हें दो टूक जवाब दे दिया। देश ने आज कह दिया कि हम किसान के साथ हैं। वाड्रा कांग्रेस आज हार गई। टुकड़े-टुकड़े गैंग हार गया ये वो लोग हैं जो किसानों के आंदोलन को हाईजैक करना चाह रहे थे। अब ये नेता आपको अलग अलग चैनल पर रोते दिखाई देंगे।’
इस पर अर्नब गोस्वामी स्मृति ईरानी से पूछते हैं- ‘बंद तो फेल हो गया, मगर क्या बातचीत सफल होगी? सब कुछ अब बातचीत पर निर्भर करता है।’ इसपर स्मृति ईरानी कहती हैं- अर्नब जी, बंद का फेल होना भारत की जीत का ऐलान। ये विपक्ष के मनसूबों की हार है। जब आप बातचीत की व्यवस्था की बात करते हैं तो सरकार ने बिल के पारित होने से पहले भी और बाद में भी सरकार ने चर्चा की थी। इसलिए आज एक हारा हुआ विपक्ष एक विषय को हाईजैक करके अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने का प्रयास कर रहा है। उसमें भी विपक्ष सफल नहीं हो पाई।’
उन्होंने आगे कहा- ‘बातचीत की अगर हम बात करें तो सितंबर महीने में किसानों को बरगलानें के लिए उनको कहा गया कि ये सरकार एमएसपी के ऑपरेशन बंद कर देगी। इस बिल के आने के बाद। मैं कहना चाहती हूं कि किसानों के मध्य में आज किसान स्वयं मोदी जी के नेतृत्व और उनकी वचनपूर्ति का प्रमाण बनकर खड़े हुए है।’
ईरानी ने आगे राहुल पर तंज कसते हुए कहा- ‘आज भारत को ये पूछना चाहिए कि घडियाली आंसू रोने वाले कांग्रेस के नेता तब क्यों चुप थे, जब 2019 में इनके मेनीफेस्टो में राहुल गांधी ने ये प्रसारित कर दिया था कि वह एपीएमसी की पूरी व्यवस्था को ध्वस्त करना चाहते हैं।’
अर्नब ने कहा- राहुल गांधी कह रहे हैं मोदी जी किसानों से चोरी बंद करो। आज भारत है तो बंद को फेल हो गया आप क्या कहेंगी राहुल गाधी से। इस पर उन्होंने आगे कहा- ‘देखिए जो खानदान देश की तिजोरी लूट गया वो भारत बंद करने का ऐलान करता है, लेकिन खानदान के वारिस को इतना भी नहीं पता कि उनके वोट के अलावादेश ने राहुल गांधी की बातों को भी ठुकरा दिया।’