बंगाल सरकार से पहले कोलकाता में भाजपा नेताओं ने दी स्वामी जी को श्रद्धांजलि

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पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के मनीषियों के प्रति श्रद्धा ज्ञापन के मामले में भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया है। 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर शिमला स्ट्रीट स्थित उनके पैतृक आवास पर सुबह से ही भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, हाल ही में ममता बनर्जी का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले राज्य के पूर्व परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने शिमला स्ट्रीट स्थित स्वामी जी के पैतृक आवास पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। यहां सभी नेताओं ने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्प आदि अर्पित करने के बाद यहां स्वामी रामकृष्ण परमहंस, मां शारदा और मां काली की पूजा की है। इसके अलावा स्वामी जी के आवास के बाहर स्थापित की गई आदम कद प्रतिमा पर भी सभी ने पुष्पांजलि दी और मलयार्पण किया है।
 उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल के मनीषियों के प्रति अधिक श्रद्धा दिखाने की होड़ भाजपा और तृणमूल कांग्रेस में लगी है। इसी कड़ी में स्वामी जी की जयंती के मौके पर राजधानी कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी के झंडे पोस्टर रहित रैली होनी है जो श्याम बाजार मोड़ से शिमला स्ट्रीट स्थित स्वामी जी के आवास पर संपन्न होगी। इसका नेतृत्व शुभेंदु अधिकारी करेंगे।
 जबकि दक्षिण कोलकाता में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में पदयात्रा होनी है। दोनों ही पदयात्राओं में कौन अधिक भीड़ जुटा सकता है इसे लेकर जोर आजमाइश शुरू हो चुकी है। कुल मिलाकर कहें तो राजधानी में शक्ति प्रदर्शन के लिए दोनों ही पार्टियों ने स्वामी जी की जयंती को चुना है, जो न केवल बंगाल बल्कि भारत और पूरी दुनिया में अध्यात्म के जरिए युवा शक्ति के उत्थान के प्रतिक रहे हैं।