बंगाल में बीजेपी को रोकने के लिए तृणमूल कांग्रेस की रणनीति

113

TMC अपने इस मकसद को पूरा करने के लिए और अपने भविष्य की रूपरेखा तैयार करने के लिए, राज्य में BJP विरोधी भावना को भुनाने के लिए उत्सुक है. पुराने नेताओं की घर वापसी से जुड़े ऑपरेशन पर TMC नेताओं और पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं ने चुप्पी साधी हुई है और इसे टॉप सीक्रेट बरकरार रखा हुआ है,  BJP के नेता मुकुल रॉय  आज (शुक्रवार) ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) में वापसी कर सकते हैं. रॉय अब से कुछ देर पहले अपने बेटे शुभ्रांशु रॉय के साथ अपनी ‘पुरानी पार्टी’ के मुख्‍यालय पहुंचे. शुभ्रांशु भी पिता संग TMC में शामिल हो सकते हैं. मुकुल रॉय की घर वापसी TMC की वो रणनीति है, जिसके तहत उसने ‘गर्म लोहे पर हथौड़ा’ मारा है, मतलब पश्चिम बंगाल में BJP को रोकने की रणनीति. दरअसल बंगाल में बीजेपी के 18 लोकसभा सांसद हैं और TMC ने 2024 में होने वाले आम चुनाव की बिसात की तैयारी रॉय को अपनी ओर खींचकर की है.

TMC अन्य नेताओं को भी घरवापसी के लिए प्रोत्साहित कर रही है. इन नेताओं में पूर्व मंत्री राजीब बनर्जी, पूर्व विधायक प्रबीर घोषाल और सरला मुर्मू शामिल हैं. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव ने इन तीनों को शिकस्त मिली थी. मिली जानकारी के अनुसार, TMC से BJP में गए कुछ मौजूदा विधायक भी अपनी पुरानी पार्टी में वापस आना चाहते हैं. पिछले काफी समय से सक्रिय रूप से मुकुल रॉय को लुभा रही थी. दरअसल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा चुनाव के दौरान एक रैली में कहा था, ‘मुकुल रॉय शुभेंदु अधिकारी जितने खराब नहीं हैं.’ बंगाल में शुभेंदु अधिकारी को लेकर बीजेपी जीत के प्रति काफी आश्वस्त थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका. यह बीजेपी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण जरूर था लेकिन नंदीग्राम में ममता बनर्जी पर शुभेंदु की जीत पार्टी के लिए एकमात्र कथित उपलब्धि रही.