पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के थाना फानसीदेवा के तहत सीमावर्ती गाँव बनेश्वर जोत के कुछ ग्रामीणों ने सीमावर्ती गांव बाणेश्वर जोत की एक महिला जो प्रसव के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती हुई थी, के लिए रक्त की आपातकालीन सहायता के लिए भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात उत्तर बंगाल फ्रंटियर के सिलीगुड़ी सेक्टर के तहत 176 बटालियन बीएसएफ के बीएसएफ बीओपी महानंदा से संपर्क किया। इसके अलावा, 176 बटालियन बीएसएफ के बीओपी महानंदा के एक बीएसएफ कर्मी कांस्टेबल हंसराज चैधरी ने कीमती जान बचाने के लिए जरूयतमद भर्ती महिला को आपातकालीन आधार पर अस्पताल में 01 यूनिट रक्तदान किया।
उसके बाद भर्ती महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। महिला और बच्ची की स्थिति सामान्य है। महिला के परिजनों व ग्रामीणों ने बीएसएफ जवानों की इस त्वरित कार्रवाई की दिल से सराहना की।बीएसएफ उत्तर बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक श्री अजय सिंह के गतिशील नेतृत्व में बीएसएफ के जवान अपने नियमित सीमा वर्चस्व कार्य के अलावा इस तरह के अनुकरणीय कार्य आवष्यकतानुसार करते रहते हैं। सीमावर्ती आबादी के बीच सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देने के अलावा, बीएसएफ हमेशा जरूरतमंद सीमा आबादी को निकासी व जरूरतमंद सीमा आबादी के लिए उनकी आकस्मिक आवश्यकता के समय में मदद करता रहता है।