मालदा के इंग्लिशबाजार में चुनाव कार्यों का प्रशिक्षण ले रहे सरकारी कर्मचारियों ने पर्याप्त मात्रा में भोजन नहीं मिलने के खिलाफ जमकर हंगामा किया। मालदा के इंग्लिशबाजार शहर के अक्रुरमनी कोरोनेशन इंस्टिट्यूट में चुनाव कार्यों का प्रशिक्षण दिए जा रहा है। प्रशिक्षण लेने आए लोगों ने बताया कि चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित राशि के अनुरूप उन्हें भोजन नहीं दिया जा रहा है। पर्याप्त भोजन नहीं मिले उन्हें लंबे समय तक यहाँ प्रशिक्षण लेने में दिक्क्तें आ रही है। चुनाव अधिकारियो ने तत्काल मौके पर पहुंच कर हालात को काबू किया। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में दो-तीन महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग की ओर से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है हालांकि अब तक चुनाव की तिथि का ऐलान नहीं किया गया है। चुनाव के मद्देनजर सरकारी कर्मचारियों को चुनाव कार्यों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बताया जा रहा है चुनाव आयोग की ओर से चुनाव कार्यों का प्रशिक्षण ले रहे लोगों 170 रूपये के टिफिन दिए जाने की बात कही गयी है जबकि उन्हें मात्र 18 रुपये का टिफ़िन दिया जा रहा है। इसी से खफा होकर चुनाव कर्मी प्रदर्शन कर रहे हैं। हालाँकि प्रदर्शन की खबर मिलते ही गाजोल के बीडीओ उष्णता मोक्तान व जिला प्लानिंग ऑफिसर एस्था लेपचा मौके पर पहुंचकर हालात को काबू करने में जुट गए। चुनाव कार्य का प्रशिक्षण लेने यहां आए मानस गोस्वामी ने बताया कि चुनाव आयोग द्वारा भोजन के लिए आवंटित राशि के अनुरप उन्हें खाना नहीं मिल रहा है। सुबह 10:00 बजे से 5:00 बजे तक का यहां प्रशिक्षण चलता है। उन्होंने कहा कि स्कूल में करीब 600 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. यहां दूर दूर से लोग आए हैं। दूसरी ओर जिला प्लांनिंग अधिकारी एस्था लेपचा ने बताया कुछ चुआव कर्मियों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि कल रात ही उनलोगों को चुनाव आयोग का आर्डर मिला। साथ ही उन्होएँ कहा आगे से आयोग के नर्देशों के अनुसार है सारी व्यवस्था की जाएगी। वहीँ इसे लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। जिला भाजपा के उपाध्यक्ष अजय गांगुली ने कहा कि यहां भी कटमनी का खेल देखा जा रहा है , चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित बजट के अनुरूप चुनाव कर्मियों को टिफ़िन नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने पूरी घटना की जांच की मांग की। दूसरी ओर तृणमूल के जिला कोर्डिनेटर दुलाल सरकार ने कहा कि वे लोग सरकार और प्रशासन के साथ है। उन्होएँ विरोधियों द्वारा इसे लेकर राजनीति करने की आलोचना की। जिला शासक राजर्षि मित्र ने कहा कि कल रात ही प्रशासन के पास चुनाव आयोग से इस अबरे में आर्डर आया। इतने कम समय में पूरी व्यवस्था किया जाना संभव नहीं था। हालांकि उन्होंने कहा कि बाद में सब कुछ ठीक हो जाएगा।