पूरे देश के साथ पश्चिम बंगाल में भी तेजी से फैलते जा रहे कोविड-19 महामारी से बचाव का सबसे कारगर जरिया बन चुके वैक्सीन के लिए पूरे राज्य के अस्पतालों में लंबी लाइन लगी है। मंगलवार को कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल से लेकर मेडिकल कॉलेज और अन्य जिलों के सदर अस्पताल में वैक्सीन लेने के लिए लोगों की लंबी लाइन नजर आई है। खास बात यह है कि राज्य सरकार ने एक नई निर्देशिका जारी की है जिसमें साफ कर दिया है कि एक मई से किसी को भी बिना कोविन पंजीकरण के टीका नहीं लगेगा इसलिए लोग उसके पहले हर हाल में टीकाकरण करा लेना चाहते हैं और इसके लिए वे अस्पतालों में पहुंचे हैं। अभी पहले के नियमानुसार कोई भी व्यक्ति पहचान संबंधी दस्तावेज लेकर किसी भी टीकाकरण केंद्र पर टीकाकरण करा सकता है। बुधवार को राज्य भर के सरकारी अस्पतालों में ऐसे लोगों की लंबी लाइन नजर आई है। इसी में किसी अस्पताल में वैक्सीन नहीं दिया जा रहा है तो किसी में केवल वैक्सीन की दूसरी डोज दी जा रही है। बिधाननगर महकमा अस्पताल के सामने आज सुबह 5:00 बजे से ही लोगों की लंबी लाइन लग गई थी। सुबह 10:30 बजे भी उसी तरह की लाइन नजर आई। सुबह 10:30 बजे के करीब जब अस्पताल में वैक्सीनेशन प्रक्रिया शुरू हुई तो पता चला कि केवल दूसरी डोज दी जाएगी जिसके बाद लोगों में काफी नाराजगी नजर आई है। मुर्शिदाबाद के जिला अस्पताल में भी यही परिस्थिति रही।
राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक सूत्र ने बताया है कि फिलहाल राज्य भर में वैक्सीन की कमी है। बुधवार को केंद्र सरकार ने 10 लाख वैक्सीन भेजी है जिसमें से छह लाख को हेस्टिंग्स के सेंट्रल स्टोर में रखा जाएगा जबकि बाकी चार लाख को बागबाजार में बने राज्य सरकार के स्टोर में भेजा जा रहा है। इसके बाद पूरे जिले में इसका वितरण होगा। सूत्रों ने बताया है कि जो नई वैक्सीन आ रही है इसका इस्तेमाल एक मई के बाद ही होगा ताकि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को आसानी से टीके लगाए जा सकें।