पिछले विधानसभा से ही पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में मंत्री फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, पूर्व मंत्री मदन मित्रा और ममता के पूर्व सहयोगी शोभन चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद अब राज्य में टकराव की स्थिति बन गई है। सीधे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीबीआई के उस निजाम पैलेस स्थित दफ्तर में जा पहुंची हैं जहां गिरफ्तार कर इन नेताओं को रखा गया है। इसके अलावा यहां मंत्री हकीम की बेटी, शोभन चटर्जी की पत्नी रत्ना और पार्टी के अन्य नेता भी पहुंचे हुए हैं। राज्य पुलिस की भारी सुरक्षा के बीच ममता बनर्जी और उनके नेताओं के आने से सीबीआई दफ्तर के बाहर टकराव का माहौल बन गया है। ममता ने गिरफ्तार किए गए अपने सभी नेताओं के परिजनों से बात की है और सीबीआई अधिकारियों से कह दिया है कि अगर इन नेताओं की गिरफ्तारी होगी तो मुझे भी गिरफ्तार करना होगा। ममता ने कहा है कि उनके पार्टी के विधायकों की गिरफ्तारी गैरकानूनी तरीके से हुई है। इसके पहले विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी की अनुमति नहीं ली गई है। विमान बनर्जी ने भी एक बयान जारी कर कहा है कि विधायकों की गिरफ्तारी से पहले सीबीआई ने कोई अनुमति नहीं ली है। हालांकि सीबीआई के अधिकारियों ने कहा है कि गिरफ्तारी की जानकारी विधानसभा अध्यक्ष को दी जाएगी। इनकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले शुरू की गई थी और इसके लिए राज्यपाल जगदीप धनखड़ की आवश्यक अनुमति ली गई है। सीबीआई के सूत्रों ने बताया है कि गिरफ्तार किए गए चारों नेताओं को निजाम पैलेस स्थित दफ्तर के 15 तल्ले पर अलग-अलग कमरे में रखा गया है। इधर मुख्यमंत्री ने सीबीआई के अधिकारियों से साफ कर दिया है कि जब तक उनके नेताओं को नहीं छोड़ा गया या खुद उनकी गिरफ्तारी नहीं की गई तब तक वह निजाम पैलेस में ही बैठी रहेंगी।