विधानसभा चुनाव से पूर्व जो लोग तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा रहे हैं वे भाजपा से लगाव के कारण ऐसा नहीं कर रहे हैं बल्कि अपनी राजनीतिक हितों को आगे रखते हुए ये कदम उठा रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा भी इन लोगों को विभीषण के तौर पर इस्तेमाल करेगी। यह कहना है तृणमूल की राज्यसभा सांसद शांता छेत्री का। तृणमूल समर्थकों के भजपा में शामिल होने के लिए मची भगदड़ के बीच शुक्रवार को सिलीगुड़ी में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में शांता ने कहा कि पहाड़ के विभिन्न राजनीतिक दल दिल्ली में केंद्र सरकार के समक्ष पहाड़ की 11 जनजाति को ट्राइबल स्टेटस दिए जाने की मांग रखी है, लेकिन सरकार अब तक इस बारे में कोई कारगर कदम नहीं उठा पाई है। उन्होंने कहा कि 11 जनजाति को ट्राइबल स्टेटस की मान्यता देने के लिए वे लोग लगातार आंदोलन करते आ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने संसद में भी कई बार इस मुद्दे को उठायी है पर अब तक कुछ लाभ नहीं हुआ है। तृणमूल सांसद ने भाजपा पर भी जमकर हमला बोला। शांता छेत्री ने कहा है कि भाजपा के मार्केटिंग एजेंट पहाड़ के लोगों को गुमराह कर रहे हैं, उन्हें गलत जानकारी दे रहे हैं। साथ ही उन्होंने ऐसे लोगों पर पहाड़ की शांति नष्ट कर वहां अराजकता फैलाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा के 18 लोकसभा सांसद हैं, वे लोग अपने अपने क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं।