जलपाईगुड़ी : बदहाल सड़क से परेशान लोगों ने दिया नारा – नो रोड , नो वोट

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* हर चुनाव में घर आकर सड़क बनाने का वादा कर जाते हैं राजनेता , चुनाव जीतने के बाद नहीं लेते सुध  

 जलपाईगुड़ी शहर 4  नंबर गुमटी  से सटे न्यूटाउनपाड़ा इलाके के लोगों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया। विधानसभा चुनाव से पहले इन लोगों ने ‘नो रोड- नो वोट’ का नारा लगाते हुए चुनाव का बहिष्कार करने का एलान किया है। इन लोगों का कहना है कि चुनाव से पहले  राजनेता उनके घर आते हैं सड़क बनाने का वादा करते हैं, पर चुनाव जीतने के बाद उनका  कोई अता पता नहीं होता है।  इलाके के लोगों ने कहा कि बदहाल सड़क के कारण उन्हें यातायात में  काफी  समस्याओं का सामना करना पड़ता है।  सड़क पर से एम्बुलेंस नहीं जा सकता है। स्थानीय पार्षद को बार-बार इस  बारे में सूचित  किया  गया लेकिन कुछ लाभ नहीं हुआ। साल दर साल बीत गए लेकिन  इलाके के लोग आज तक पक्की सड़क का चेहरा नहीं देख पाए हैं। लोगों ने सोचा था विधानसभा चुनाव से पहले वे इलाके  में पक्की सड़क देख पाएंगे पर  ऐसा नहीं हुआ। सड़क नहीं बनने से  दुखी जलपाईगुड़ी शहर के 19 नंबर  वार्ड   के न्यूटाउनपाड़ा के लोगों ने इस बार विधानसभा चुनाव में वोट नहीं देने का फैसला किया है।  इस बीच लोगों ने  ‘नो रोड- नो वोट’ के बैनर के साथ आंदोलन शुरू कर दिया है। लोगों ने बताया सड़क बनाने के बोर्ड लगाए जाने के बावजूद आज भी सड़क नहीं बन पाई है। इतना ही नहीं लोगों ने इस  इलाके में ड्रेनेज सिस्टम की स्थिति भी बहुत ख़राब  होने की बात कही।  स्थानीय लोगों ने कहा कि उन्हें पता चला है कि नई सड़कों के निर्माण के लिए एमपी कोटे से 9 लाख रुपये से अधिक की राशि का आवंटन किया गया था। पर इस दिशा में कोई पहल  नहीं की गयी।  यहाँ के लोगों ने बताया जलपाईगुड़ी के सांसद  विजय चंद्र बर्मन  अपने प्रवास के दौरान रेलवे लाइन के साथ सीवर और सड़कों के निर्माण के लिए  9,21,332 रुपये आवंटित किए थे। इस काम के लिए तीन साल पहले दो स्थानों पर बोर्ड लगाए गए थे। हालांकि, नाले के किनारे कुछ कंक्रीट के खंभे लगाने के अलावा कोई काम नहीं हुआ। इस इलाके में लगभग 2000 लोग रहते हैं । यहाँ  मतदाताओं की संख्या लगभग 600 है। इलाके के रहनेवाले राजश्री माहात  ने कहा कि यह इलाका निर्जन हो गया है क्योंकि यहां सड़कें नहीं हैं। बारिश के मौसम में यात्रा करना बहुत मुश्किल होता है। बारिश के मौसम में, सीवरों का सारा गंदा पानी घर में घुस जाता है।